परफ्यूम व मरे हुए चूहे से ढक रहा था बदबू
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली आरोपी अवधेश ने आशीष के शव को 36 इंच साइज वाले ब्रीफकेस मे
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली
आरोपी अवधेश ने आशीष के शव को 36 इंच साइज वाले ब्रीफकेस में छिपा कर रखा था। शव सही तरीके से ब्रीफकेस में समा जाए, इसके लिए उसने मृत आशीष के हाथ-पैर मोड़ दिए थे। उसमें शव रखने के बाद उसके ऊपर से प्लास्टिक व पन्नी के कई तह बनाकर डाल दिया था। इसके बाद उसने ब्रीफकेस को चारों ओर से मोटी व बड़ी चादर से कई बार लपेट कर रस्सियों से बांध दिया था और उस पर ढेर सारा परफ्यूम छिड़क दिया था, ताकि शव का बदबू कमरे से बाहर नहीं जा सके।
लेकिन जब एक सप्ताह के बाद धीरे धीरे बदबू कमरे से बाहर फैलने लगी तो आसपास के लोग असहज महसूस करने लगे थे। इस बात का जब उसे आभास हो गया तो उसने चार पांच चूहे मार कर कमरे में रख दिया था। जब उसके बगल के कमरे में रहने वाले लोग उससे बदबू के बारे में पूछते थे तो वह कमरे में चूहे के मरे होने की बात कहता था और लोगों को विश्वास दिलाने के लिए अपने कमरे से मरे हुए चूहे को निकाल कर लोगों को दिखा देता था। वह इतना शातिर था कि वह लोगों के सामने चूहे को पास की नालियों में फेंक देता था, लेकिन बाद में लोगों की नजरों से बचकर चूहे को फिर उठाकर कमरे में रख देता था। वह बदबू को दूर करने के लिए ब्रीफकेस समेत पूरे कमरे में परफ्यूम का छिड़काव करता रहता था। मंगलवार की दोपहर जब पुलिस उसके कमरे पर पहुंची तो पुलिस को दर्जन से अधिक परफ्यूम की शीशियां भी मिली।
पुलिस यह मान कर चल रही है कि उसने अपहरण व हत्या की योजना बहुत पहले ही तैयार कर ली थी।
अब तक की पूछताछ में उसने पुलिस को बताया है कि वह अक्सर आशीष के दादा की दुकान पर भी जाता था। वह नत्थूपुरा बाजार के सबसे बड़े किराने के कारोबारी हैं। ऐसे में उसे पता था कि आशीष के परिवार का कारोबार अच्छा चल रहा है और उनके पास काफी पैसा है। इस वजह से भी उसके मन में लालच आ गया था।