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छोटा राजन की किडनी डायलिसिस में अब नहीं आएगी कोई बाधा - क्‍यों, पढ़ें खबर

न्यायाधीश ने कहा कि उपराज्यपाल ने सुरक्षा कारणों से छोटा राजन के देश में किसी भी अदालत में ले जाने पर रोक लगाई है, लेकिन उन्होंने जेल प्रशासन पर यह रोक नहीं लगाई है कि वह उसे इलाज के लिए जेल से बाहर नहीं ले जा सकता है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 31 Mar 2016 01:11 PM (IST)Updated: Thu, 31 Mar 2016 02:09 PM (IST)
छोटा राजन की किडनी डायलिसिस में अब नहीं आएगी कोई बाधा - क्‍यों, पढ़ें खबर

नई दिल्ली [ संदीप गुप्ता ] । छोटा राजन की किडनी की डायलिसिस में अब कोई बाधा आड़े नहीं आएगी। क्योंकि किडनी की बीमारी से ग्रस्त अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन (55) का इलाज आपात स्थिति में तिहाड़ जेल से बाहर भी हो सकेगा।

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छोटा राजन की याचिका पर बुधवार को सुनवाई करते हुए अदालत ने तिहाड़ प्रशासन को आदेश दिया कि आपात स्थिति में वह जेल नियमावली के मुताबिक अपना निर्णय ले सकता है।

पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष सीबीआइ जज विनोद कुमार ने कहा कि छोटा राजन को तिहाड़ जेल परिसर में ही इलाज की सभी सुविधाएं दी जाएं। अचानक तबीयत बिगडऩे पर जेल प्रशासन इस बाबत निर्णय लेने को स्वतंत्र है।

सीबीआइ ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने छह जनवरी 2016 को आदेश दिया था कि सुरक्षा कारणों से छोटा राजन को तिहाड़ जेल से बाहर पेशी के लिए नहीं ले जाया जाए। सीबीआइ ने यह भी कहा किसंविधान के अनुछेद-21 ने सभी नागरिकों को जीने व निजी स्वतंत्रता का अधिकार दिया है।

छोटा राजन भी इन अधिकारों का हकदार है। तिहाड़ जेल परिसर में जेल नियमों के मुताबिक उसका इलाज किया जाना चाहिए। न्यायाधीश ने कहा कि उपराज्यपाल ने सुरक्षा कारणों से छोटा राजन के देश में किसी भी अदालत में ले जाने पर रोक लगाई है, लेकिन उन्होंने जेल प्रशासन पर यह रोक नहीं लगाई है कि वह उसे इलाज के लिए जेल से बाहर नहीं ले जा सकता है।

जेल अधीक्षक के पास अधिकार है कि वह जरूरत पडऩे पर जेल नियमों के मुताबिक आरोपी को तिहाड़ से बाहर इलाज के लिए ले जा सकते हैं। छोटा राजन की किडनी की डायलिसिस की जाती है।

जेल में बिगड़ गई थी छोटा राजन की तबीयत
तिहाड़ प्रशासन ने अदालत को बताया कि जेल नंबर-दो में बंद छोटा राजन की तबीयत 14 मार्च को रात करीब तीन बजे अचानक बिगड़ गई थी। उसने सांस लेने में तकलीफ और छाती में दर्द की शिकायत की। जेल के डॉक्टर को इलाज के लिए बुलाया गया था।

छोटा राजन की हृदय की सर्जरी हो चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए हार्ट स्पेशलिस्ट को भी बुलाया गया था। आपात स्थिति में उसे इलाज के लिए दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल व एम्स में ले जाने का सुझाव दिया गया।

उसे कड़ी पुलिस सुरक्षा में जेल के उपअधीक्षक की देखरेख में इलाज के लिए तिहाड़ जेल से बाहर ले जाया जा सकता है। जेल से बाहर इलाज के लिए ले जाने से पूर्व अदालत से इजाजत मांगी गई थी।


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