कैट्स एंबुलेंस संचालन के लिए नई एजेंसी की तलाश शुरू
कैट्स एंबुलेंस के परिचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी से मौजूदा संचालक कंपनी हटाई जाएगी। एंबुलेंस के परिचालन में पिछले साल कई तरह के विवाद सामने आने के बाद संचालक कंपनी को हटाने का फैसला किया गया था। इसके मद्देनजर दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के कैट्स एंबुलेंस सेवा ने नई एजेंसी की तलाश शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि मौजूदा कंपनी से जिम्मेदारी लेकर किसी नई एजेंसी को एंबुलेंस संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी। हालांकि कैट्स के इस पहल पर कर्मचारी सवाल खड़े कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
कैट्स एंबुलेंस के परिचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी से मौजूदा संचालक कंपनी हटाई जाएगी। एंबुलेंस के परिचालन में पिछले साल कई तरह के विवाद सामने आने के बाद यह फैसला किया गया था। इसके मद्देनजर नई एजेंसी की तलाश शुरू हो गई है। हालांकि कैट्स के इस पहल पर कर्मचारी सवाल खड़े कर रहे हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि कैट्स की गवर्निग बॉडी (जीबी) की सिफारिशों को नजरअंदाज करके एंबुलेंस परिचालन व रखरखाव का निजीकरण बरकरार रखने का फैसला किया गया है। जबकि जीबी ने कैट्स एंबुलेंस सेवा का निजीकरण रद कर उसके परिचालन की जिम्मेदारी कैट्स को अपने हाथों में लेने की सिफारिश की थी। क्योंकि एंबुलेंस के परिचालन व रखरखाव में बड़ी लापरवाही सामने आई थी। कैट्स एंबुलेंस सेवा दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एक स्वायत्तशासी संस्था है। एंबुलेंस के परिचालन में लापरवाही पाए जाने पर फरवरी 2018 में सदस्यों ने नाराजगी जताई थी। तब जीबी ने कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाने की सिफारिश की गई थी। साथ ही जीबी ने कहा था कि दिल्ली पुलिस के पीसीआर की तरह कैट्स एंबुलेंस सेवा को एंबुलेंस का परिचालन भी स्वयं करना चाहिए। इसका विकल्प तलाशने का भी स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया था। कर्मचारियों का कहना है कि जीबी की इस सिफारिश पर अमल नहीं हुआ और कैट्स एंबुलेंस सेवा निजीकरण को बरकरार रखना चाहता है। यही वजह है कि एंबुलेंस के संचालन के लिए नई एजेंसी को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। घट गईं एंबुलेंस
कैट्स के बेड़े में करीब 265 एंबुलेंस हैं। जबकि कैट्स एंबुलेंस सेवा ने परिचालन व रखरखाव के लिए जो टेंडर जारी किया है उसमें 200 एंबुलेंस का ही जिक्र है। ऐसे में सवाल यह है कि शेष 65 एंबुलेंस कहां गईं। बताया जा रहा है कि ये 65 पुरानी एंबुलेंस अब परिचालन के योग्य नहीं रहीं। इसलिए एंबुलेंस की संख्या कम होकर 200 रह गई है। इस बारे में कैट्स एंबुलेंस सेवा के परिचालन अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई पर बात नहीं हो पाई।