एक छात्रा का दर्द- 'क्लास में स्वेटर उतरवाकर डंडे से मारती हैं मैडम, बाहर छेड़ते हैं मनचले'
सर, स्कूल आते और यहां से जाते समय मनचले रास्ते भर फब्तियां कसते हैं। पढ़ने आने के लिए न जाने कैसी-कैसी बातें सुननी पड़ रही हैं। आपकी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से फेल है।
रेवाड़ी, जेएनएन। 'सर, स्कूल आते और यहां से जाते समय मनचले रास्ते भर फब्तियां कसते हैं। पढ़ने आने के लिए न जाने कैसी-कैसी बातें सुननी पड़ रही हैं। आपकी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से फेल है और दुर्गा शक्ति टीम तो कहीं दिखाई ही नहीं देती।' 'एक और सुधार' कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल बृहस्पतिवार को जब शहर के सरकुलर रोड स्थित राजकीय कन्या स्कूल में पहुंचे तो यहां पढ़ने वाली छात्रओं ने उन्हें कुछ इस तरह अपनी आपबीती बताई। रॉकी मित्तल ने समस्याएं पूछनी शुरू की तो छात्रओं ने भी अपनी परेशानियों की एक लंबी सूची उनके सामने रख दी। कुल मिलाकर रॉकी मित्तल के इस निरीक्षण ने राजकीय स्कूल की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी।
मैडम स्वेटर उतरवाकर डंडे से मारती हैं
राजकीय स्कूलों की दशा में सुधार के लिए प्रदेश भर में दौरे पर निकले रॉकी मित्तल के समक्ष छात्रओं ने बताया कि उनके स्कूल में न शौचालय का उचित प्रबंध है और न ही पीने के पानी का। पानी की टंकी इतनी गंदी है कि इसमें कीड़े निकलते हैं। इतना ही नहीं शौचालय इतने गंदे रहते हैं कि उनका इस्तेमाल करना ही संभव नहीं। छात्रओं ने कहा कि स्कूल की ही एक साइंस विषय की मैडम ने तो उनपर अत्याचार करने की हद की हुई है। साइंस की यह मैडम जरा से नंबर कम आने पर उनके स्वेटर उतरवाकर डंडे से मारती हैं।
डंडे से मारकर छात्रा का तोड़ दिया था हाथ
एक छात्रा ने तो यहां तक बताया कि मैडम ने कुछ दिनों पूर्व उसकी बहन को इतने डंडे मारे थे कि उसके हाथ में फ्रेक्चर तक हो गया था। बेरहमी से मारने वाली इस मैडम की शिकायत उन्होंने प्रधानाचार्या को भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। छात्राओं ने बताया कि यह स्कूल नहीं बूचड़खाना है। यहां बिजली अक्सर गुल रहती है तथा कक्षाओं की खिड़कियां टूटी हुई है जिससे सर्दी के समय खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
महिला हेल्पलाइन पर रिस्पांस नहीं, 35 मिनट बाद आई दुर्गा शक्ति
रॉकी मित्तल के समक्ष छात्राओं ने अपनी सुरक्षा का मुद्दा रखा तथा बताया कि उन्हें दुर्गा शक्ति की टीम न तो स्कूल के बाहर मिलती है और न ही रास्ते में। पुलिस का भय नहीं होने के कारण रोजाना उन्हें स्कूल आते और जाते समय मनचलों की भद्दी बातें सुननी पड़ती है। बेटियों की बातों को सुनकर प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर रॉकी मित्तल ने उनके सामने ही महिला हेल्पलाइन 1091 पर फोन लगाया, लेकिन कोई रिस्पांस ही नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने दुर्गा शक्ति पर कॉल की। दुर्गा शक्ति पर कॉल करने के 35 मिनट के बाद टीम के दो जवान राजकीय स्कूल में पहुंचे, जबकि दावा 10 मिनट में पहुंचने का किया जाता है। रॉकी मित्तल ने टीम के सदस्यों से जब सवाल पूछे तो दुर्गा शक्ति टीम के पास कोई जवाब ही नहीं था।
उपायुक्त व एसपी से की मुलाकात
रॉकी मित्तल ने छात्रओं की तमाम समस्याओं को सुनने के बाद उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा व एसपी राहुल शर्मा से भी मुलाकात की। दोनों ही अधिकारियों को उन्होंने छात्रओं से मिली जानकारियां से अवगत कराया। उपायुक्त व एसपी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे खुद इन तमाम समस्याओं को गंभीरता से देखेंगे तथा दुर्गा शक्ति व महिला हेल्पलाइन को अधिक सक्रिय किया जाएगा।
मित्तल थे निरीक्षण पर, मैडम थी फोन पर व्यस्त
मित्तल जब स्कूल का निरीक्षण कर रहे थे तो इसी दौरान विद्यालय की एक शिक्षिका फोन पर बातचीत करने में व्यस्त थी। मित्तल को देखने के बाद शिक्षिका ने अपना फोन काटा। मित्तल ने शिक्षिका को फटकार भी लगाई तथा कहा कि क्या इसी तरह से स्कूल में पढ़ाया जा रहा है।
रॉकी मित्तल (प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर, एक और सुधार कार्यक्रम) ने कहा कि मैं प्रदेशभर में शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के स्तर को लेकर दौरा कर रहा हूं। छात्रओं ने जो भी समस्याएं मुङो बताई हैं मैंने उनसे अधिकारियों को अवगत करा दिया है। एक-दो दिन में ही व्यवस्था में फर्क नजर आ जाएगा। पहली बार हरियाणा में ऐसी सरकार आई है जो खुद इन व्यवस्थाओं का जायजा ले रही है। हम अपनी खामियों को छिपा नहीं रहे बल्कि सामने लाने का काम कर रहे हैं ताकि इनका समाधान किया जा सके। राजकीय स्कूल की बिल्डिंग निर्माण के लिए अटके हुए 10 करोड़ रुपये के बजट को भी शीघ्र ही जारी कराया जाएगा।