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सावधान, न प्लॉट है, न फ्लैट फिर कर रहे बुकिंग

दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की लैंडपूलिंग पॉलिसी की बात कह कर यदि आपको कोई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के माध्यम से दिल्ली में सस्ते और बेहतरीन फ्लैट दिलाने की बात करता है तो सतर्क रहें।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2015 12:48 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2015 01:48 PM (IST)
सावधान, न प्लॉट है, न फ्लैट फिर कर रहे बुकिंग

नई दिल्ली [वीके शुक्ला] । दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की लैंडपूलिंग पॉलिसी की बात कह कर यदि आपको कोई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के माध्यम से दिल्ली में सस्ते और बेहतरीन फ्लैट दिलाने की बात करता है तो सतर्क रहें।

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रजिस्टर्ड बताई जा रही सोसायटी के बारे में डीडीए और संबंधित विभाग में छानबीन जरूर कर लें। डीडीए ने स्पष्ट किया है कि अभी उसकी ओर से इस तरह की कोई पॉलिसी शुरू ही नहीं की गई है। डीडीए का कहना है कि अभी लैंडपूलिंग पॉलिसी को लेकर बहुत से मामलों पर स्थिति ही स्पष्ट होनी है, जो लोग डीडीए की लैंडपूलिंग पॉलिसी की बात कर रहे हैं, वे फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। ये लोग पॉलिसी के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार द्वारका, रोहिणी व नरेला आदि इलाके में खाली पड़े खेतों को अपनी जमीन बताकर कुछ लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं। ये कहते हैं कि इस जमीन पर सोसायटी बनाई जाएगी। जमीन उनकी है। ऐसे लोगों ने दिल्ली और दिल्ली से बाहर दूसरे राज्यों में अपने कार्यालय खोल रखे हैं। लोग भी झांसे में आकर न केवल बुकिंग करा रहे हैं, बल्कि बुकिंग की राशि भी जमा करा रहे हैं। वेबसाइट बनाकर ऐसे लोग बड़ी संख्या में लोगों को सोसायटी का सदस्य भी बना रहे हैं।

अखिल भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम विनायक का कहना है कि उन्होंने रिपल रेजीडेंसी सोसायटी में सदस्य बनने के लिए वेबसाइट के माध्यम से सोसायटी के लोगों से संपर्क किया था। इसमें सोसायटी के संचालकों ने उन्हें सीनियर सिटीजन की श्रेणी के तहत सस्ते में फ्लैट उपलब्ध कराने के लिए कहा, मगर उन्होंने डीडीए में पता किया तो पता चला कि इस प्रकार की योजना अभी शुरू ही नहीं हुई है।

उन्होंने सोसायटी के बारे में जानकारी जुटाई तो मालूम हुआ कि सोसायटी को चलाने वाली संस्था प्रीत विहार सब रजिस्ट्रार कार्यालय से वर्टिकल विजन वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन से पंजीकृत है। उन्होंने वहां संपर्क किया तो प्रीत विहार सब रजिस्ट्रार कार्यालय ने लिखित जानकारी दी कि ऐसी कोई संस्था उनके यहां पंजीकृत नहीं है।

सोसायटी ने जो पंजीकरण नंबर दिखाया है वह किसी और के नाम से पंजीकृत है। इस पर उन्होंने इसकी शिकायत डीडीए उपाध्यक्ष तथा उपराज्यपाल व डीडीए के अध्यक्ष नजीब जंग के अलावा स्थानीय पुलिस से की है। इसमें उन्होंने इस प्रकार की सोसायटियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

डीडीए की प्रवक्ता नीमोधर का कहना है कि इस प्रकार की शिकायतें आ रही हैं कि फर्जी तरीके से कुछ लोग लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत फ्लैट देने के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इस बारे में अखबारों में विज्ञापन देकर भी लोगों को सचेत किया गया है कि ऐसे लोगों के झांसे में न आएं। तथा इस बारे में कार्रवाई के लिए पुलिस को भी पत्र लिखा गया है।


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