आरएमएल अस्पताल में कैंसर मरीज ने लगाई फांसी
आत्महत्या - बिहार के सीवान से इलाज के लिए दिल्ली आए थे - कैंसर का पता चलने के बाद घर वाला
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रहे 45 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार की सुबह अस्पताल के बाथरूम में फंदे से शव लटका मिला। मृतक की पहचान बिहार के सिवान निवासी हरि राम के रूप में हुई है।
हरि राम गत महीने ही अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। वह कैंसर से पीड़ित थे। अपनी बीमारी से परिजनों को दुखी देख काफी परेशान थे। माना जा रहा है कि इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या की। अस्पताल प्रबंधन की सूचना के बाद नॉर्थ एवेन्यू थाना पुलिस शव परिजनों को सौंप मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, हरि राम को पेट में दर्द की शिकायत रहती थी। इसके इलाज के लिए वह मई में बिहार से दिल्ली आए थे। पहले वह अपने भाई के साले के घर गुड़गांव में ठहरे थे। इलाज के दौरान उनके पेट में पथरी होने की जानकारी मिली थी। पथरी के ऑपरेशन के लिए उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे वार्ड संख्या-18 में बेड संख्या-28 पर दाखिल थे। संदेह होने पर डॉक्टरों ने कुछ और जाच करवाई तो कैंसर होने की जानकारी मिली। डॉक्टरों का कहना था कि कैंसर काफी फैल चुकी है। लिहाजा इलाज बेहद मुश्किल है।
बताया जाता है कि इस जानकारी के बाद उनका छोटा भाई और गाव में रह रहे परिवार के लोग खासे परेशान रहने लगे थे। हरि राम का छोटे भाई बृहस्पतिवार की रात उनसे मिलकर गुड़गांव लौट गया था। पुलिस के मुताबिक, हरि राम शुक्रवार की सुबह करीब 6.30 बजे बाथरूम गए थे। कुछ देर बाद जब एक अन्य मरीज बाथरूम में गया तो उसने देखा कि हरि राम ने चादर को फंदा बनाकर उससे फांसी लगा ली थी। मरीज ने इसकी सूचना अस्पताल के कर्मियों को दी। फिर पुलिस को सूचना दी गई। हरि राम के भाई ने बताया कि कैंसर का पता चलने पर वह अवसाद में रहने लगे थे। हरि राम बार-बार कहते थे कि बीमारी की वजह से परिवार के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।