निगम के उप-चुनाव में दो पूर्व विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
स्वदेश कुमार पूर्वी दिल्ली पूर्वी निगम क्षेत्र में नगर निगम की तीन सीटों के लिए उपचुनाव हो रह
स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली
पूर्वी निगम क्षेत्र में नगर निगम की तीन सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं। वैसे तो हर सीट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए करो या मरो की स्थिति है। लेकिन सबसे ज्यादा रोचक मुकाबला चौहान बांगर में होने की उम्मीद है। यहां पर दो पूर्व विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर आ गई है। दोनों नेताओं के लिए यह अपनी राजनीति को बचाए रखने का भी मौका है। यहां बात हो रही कांग्रेस के कद्दावर नेता और सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार लगातार विधायक रह चुके मतीन अहमद और इसी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और आप नेता इशराक खान की।
मतीन अहमद पांच बार लगातार जीतने के बाद दो बार लगातार हार चुके हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में इशराक खान ने मतीन अहमद को पहली शिकस्त दी थी। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने इशराक खान का टिकट काट कर चौहान बांगर के पार्षद अब्दुल रहमान को चुनाव लड़वाया। अब्दुल रहमान ने भी मतीन अहमद को परास्त कर दिया। अब्दुल रहमान के विधायक बनने से ही चौहान बांगर की सीट खाली हुई थी। इसी सीट पर मतीन अहमद और इशराक खान दोनों ने दांव लगा दिया है। मतीन के बड़े बेटे इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। वहीं इशराक खान आप से मैदान में है। हालांकि यह सीट भाजपा के खाते में कभी नहीं रही है लेकिन इस बार पार्टी भी यहां पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने जिले के अपने अल्पसंख्यक चेहरे नाजिर अंसारी को प्रत्याशी बनाया है। बहरहाल, मुख्य लड़ाई आप और कांग्रेस में ही नजर आ रही है। जुबेर जीते तो मतीन अहमद की राजनीति को भी संजीवनी मिल जाएगी। स्थानीय लोगों की मानें तो चौहान बांगर में मतीन का काफी प्रभाव है। इसका फायदा उनके बेटे को मिल सकता है। वहीं इशराक खान की छवि अच्छी बताई जाती है। चुनाव जीतने में अगर वह कामयाब रहे तो उनके पास अपनी राजनीति को बचाने का मौका मिल जाएगा। लेकिन कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उनके टिकट कटने को ही मुद्दा बना रखा है। टिकट कटने के बाद इशराक खान ने बागी तेवर दिखाए थे और मीडिया में आप के खिलाफ बयान भी दिए था। इन बयानों को कांग्रेस इस उप-चुनाव में वायरल करने में जुटी है। वहीं अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन लगातार बैठकें कर रहे हैं। एक दिन पहले भी उन्होंने जिले के पदाधिकारियों के साथ चौहान बांगर में बैठक की थी। इसमें चुनाव को रणनीति पर चर्चा हुई।