कर्ज से बचने के लिए बिल्डर ने रची रंगदारी की झूठी कहानी
जागरण संवाददाता पूर्वी दिल्ली करोड़ों का कर्ज चुकाने से बचने और पुलिस सुरक्षा पाने के लिए
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : करोड़ों का कर्ज चुकाने से बचने और पुलिस सुरक्षा पाने के लिए एक बिल्डर ने रंगदारी की झूठी कहानी रच डाली। अपने एक करीबी से कोरियर कंपनी के जरिये अपने घर पर 25 लाख रुपये की रंगदारी का पत्र भिजवाया, जिसमें लिखा था रकम न मिलने पर बिल्डर की हत्या कर दी जाएगी। बिल्डर गौरव जैन पत्र लेकर प्रीत विहार थाने पहुंच गया, उसकी शिकायत पर पुलिस ने रंगदारी का केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने पहले बिल्डर के करीबी पीओपी ठेकेदार अशोक यादव को दबोचा। उसने बताया कि बिल्डर ने ही रंगदारी की साजिश रची है, वह तो बस मोहरा है। पुलिस ने बिल्डर को भी गिरफ्तार कर लिया। बिल्डर ने एमबीए करने के बाद सिद्धार्थ होम्स ब्रैंड के नाम से कारोबार शुरू किया था।
जिला पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने बताया कि 29 दिसंबर को प्रीत विहार थाने में गौरव जैन ने रंगदारी की शिकायत दर्ज करवाई थी। एसीपी प्रीत विहार वीरेंद्र पुंज की नेतृत्व में थानाध्यक्ष आकाश रावत, एसआइ नीरज और सिपाही कपिल व अन्य की टीम बनाई। टीम ने बिल्डर के करीबी कर्मचारी, ठेकेदार, दोस्तों, रिश्तेदारों व अन्य से पूछताछ की। बिल्डर की काल डिटेल्स निकाली गई, टीम कोरियर कंपनी के दफ्तर भी गई, जहां से पत्र भेजा गया था। टीम ने 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की, शक की सुई अशोक यादव पर गई। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और बताया कि रंगदारी का पत्र उसने बिल्डर के कहने पर उसके घर भेजा था। बिल्डर ने उसे पीओपी का बड़ा ठेका दिलवाने का लालच दिया था। बिल्डर ने पुलिस को बताया कि उस पर लोगों का कारोड़ा का कर्ज है, वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था। उसे यकीन था कि अगर वह रंगदारी की कहानी रचता है तो उसका कर्ज से भी पीछा छूट जाएगा और पुलिस की सुरक्षा भी मिल जाएगी।