एथलीट ने जेएलएन स्टेडियम के छात्रावास में की खुदकशी
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दक्षिण दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के छात्रावास में अंतरराष्ट
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दक्षिण दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के छात्रावास में अंतरराष्ट्रीय स्तर के जूनियर एथलीट पलेंदर चौधरी (18) ने मंगलवार शाम पंखे से लटककर खुदकशी कर ली। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और न ही परिजनों ने किसी पर शक जाहिर किया है। इसलिए खुदकशी के कारणों का पता नहीं चल सका है। लोधी कॉलोनी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पलेंदर चौधरी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले थे और दो वर्षो से छात्रावास के कमरा नंबर-69 में अकेले रहते थे। वह भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की ओर से चलाई जा रही एकेडमी में दौड़ का प्रशिक्षण ले रहे थे। वह राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलों में भाग ले चुके थे।
खेल कोटे से सेना में हुआ था चयन : पलेंदर चौधरी का खेल कोटे से सेना में चयन हो गया था। वहां ज्वाइन करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्होंने प्रशिक्षण के लिए सेना से अवकाश लिया था। उनके पास एक साधारण और दूसरा स्मार्ट फोन था। पुलिस ने जांच के लिए स्मार्ट फोन को जब्त कर लिया है।
पिछले साल बैंकॉक में जीता था गोल्ड मेडल : पुलिस के मुताबिक, पलेंदर चौधरी ने 2016 में नेशनल एथलीट एकेडमी ज्वाइन किया था। 2017 में उन्होंने बैंकॉक में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल जीता था और पिछले वर्ष ही जुलाई में वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में भी भाग लिया था।
घरवालों ने कहा, किसी चीज की परेशानी नहीं थी : घरवालों का कहना है कि पलेंदर किसी चीज या बात से परेशान नहीं थे। वह घरवालों से लगातार संपर्क में थे। उन्होंने कुछ दिन पहले ही पिता को कुछ पैसे भेजने के लिए कहा था। इस पर पिता महेशपाल ने कहा था कि फसल बेचकर वह एक दिसंबर तक पैसे भेज देंगे। इस पर वह मान गए थे।
........
मुंहबोली बहन को कमरे से बाहर भेजकर पंखे से लटके पलेंदर
पुलिस के मुताबिक, पलेंदर चौधरी मंगलवार शाम प्रशिक्षण के बाद शाम 5.30 बजे अपने कमरे में चले गए। उनके साथ उनकी मुंहबोली बहन भी थी, जो अलीगढ़ की ही रहने वाली है। वह भी छात्रावास में रहकर एथलीट का प्रशिक्षण ले रही है। पुलिस को दिए बयान में युवती ने बताया कि पलेंदर ने कपड़े बदलने की बात कहकर बाहर जाने को कहा तो वह कमरे के बाहर बैठ गईं। थोड़ी देर बाद स्टूल गिरने की आवाज सुनाई दी और वह कमरे में गई तो पलेंदर पंखे से लटके हुए थे। उन्होंने पलेंदर को ऊपर की तरफ उठाकर शोर मचाया। इसके बाद अन्य खिलाड़ियों ने फंदा काटकर उन्हें स्टेडियम के मेडिकल सेंटर में पहुंचाया। वहां से कोच हरकमलजीत सिंह और युवती ने पलेंदर को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया। मंगलवार रात नौ बजे पुलिस को पलेंदर के ब्रेन डेड की सूचना दी गई, लेकिन धड़कनें चल रही थीं। तड़के उन्होंने दम तोड़ दिया। फर्जी कहानी बनाकर तूल न दें, हम कार्रवाई भी नहीं चाहते : पिता
जासं, नई दिल्ली : पलेंदर के पिता ने पुलिस से कहा कि पिता-पुत्र के झगड़े वाली फर्जी कहानी बनाकर मामले को तूल न दें। उन्हें न तो किसी पर शक है और न ही वह किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई चाहते हैं। दरअसल, पुलिस ने मंगलवार देर रात 10 बजे पलेंदर के पिता को फोन कर बताया कि उनके बेटे के दिमाग में चोट लग गई है। पिता बुधवार तड़के अस्पताल पहुंच गए। चूंकि, खुदकशी से पहले पलेंदर ने पिता से लंबी बात की थी और साई की ओर से भी आशंका जताई गई कि पिता से पलेंदर की तीखी बहस हुई होगी। इसलिए पुलिस ने इस बाबत पूछताछ की, लेकिन पिता ने बहस की बात से इन्कार कर दिया। खेल प्राधिकरण ने जांच कमेटी बनाई
जासं, दक्षिणी दिल्ली : भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने एथलीट पलेंदर की खुदकशी की जांच के लिए सचिव एसएस छाबड़ा के नेतृत्व में कमेटी बनाकर जांच शुरू कर दी है। डायरेक्टर जनरल ऑफ स्पोर्ट्स नीलम कपूर के निर्देश पर यह कमेटी बनाई गई है। अब कमेटी पलेंदर से जुड़े कर्मचारियों, खिलाड़ियों और कोच से पूछताछ कर रही है।