Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Video: सिख इतिहास पर अचानक क्यों भावुक हुए अरविंदर सिंह लवली? प्रधानमंत्री मोदी के लिए कहा- मैं सलाम करता हूं

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 08:17 PM (IST)

    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सिख इतिहास पर बोलते हुए भावुक हो गए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की सराहना करते हु ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली यमुनापार विकास बोर्ड के चेयरमैन अरविंदर सिंह लवली ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि आज उनके लिए यह “बहुत भावुक और गर्व का क्षण” है कि देश का नेतृत्व ऐसी सरकार के हाथों में है, जो देश के इतिहास और सिख समुदाय की भावनाओं को गहराई से समझती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लवली ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन लंबा रहा है, लेकिन पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने सिख गुरुओं की महान कुर्बानियों को राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह सम्मान दिलाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरु तेग बहादुर जी, गुरु गोविंद सिंह जी और साहबजादों के बलिदान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का अभूतपूर्व प्रयास किया है।

    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री न केवल गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को पूरे देश में पहुंचाने का काम कर रहे हैं, बल्कि गुरु गोविंद सिंह जी के शौर्य और त्याग को भी जन-जन तक ले जा रहे हैं। साहबजादों की शहादत को समर्पित ‘वीर बाल दिवस’ घोषित किए जाने को उन्होंने ऐतिहासिक कदम बताया और कहा कि इससे नई पीढ़ी को सिख इतिहास और बलिदान की गाथाओं से परिचित होने का अवसर मिलेगा।

    लवली ने बताया कि हाल ही में एनडीए की नॉर्थ ईस्ट मीट में, जिसमें देशभर के सांसद मौजूद थे, प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं वीर बाल दिवस का उल्लेख कर साहबजादों के बलिदान की कथा साझा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने माताओं से भी आग्रह करते हैं कि वे अपने बच्चों को इनकी गाथा से परिचित कराएं।

    चेयरमैन लवली ने कहा, “मैं ऐसे प्रधानमंत्री को सलाम करता हूं। आजादी के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री सिख गुरुओं की कुर्बानी को इतने भावपूर्ण और सम्मानजनक तरीके से देश के सामने रख रहे हैं। यह सिख समाज के लिए गर्व की बात है और देश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने वाला कदम है।”

    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यह पहल सिर्फ इतिहास को दोहराने की नहीं, बल्कि देश की सामूहिक चेतना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

    यह भी पढ़ें- कैस्केडिंग इफेक्ट और FDTL में लापरवाही से बिगड़े हालात, दिल्ली एयरपोर्ट पर IndiGO की 152 फ्लाइट्स कैंसिल