AAP का केंद्र पर फिर हमला, 'वो परेशान करते रहे, हम काम करते रहे'
दिलली सरकार ने विज्ञापन जारी कर मांग की है कि 'राइट टू चिल्ड्रन टू फ्री एंड कंपल्स्री एजुकेशन बिल-2015' कानून को जल्द मंजूरी दी जाए।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में सत्तसीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इस बार हमला शिक्षा नीति को लेकर है। शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत आठवीं तक कक्षा तक किसी बच्चेेेे को फेल न करने पर सवाल उठाते हुए केंद्र से सवाल किया है कि दिल्ली वासियों के खिलाफ फैसले क्यों?
दिल्ली सरकार का कहना है कि बच्चों को आठवीं तक कक्षा तक फेल न करने की नीति के चलते आठवीं कक्षा तक बच्चे बिल्कुल नहीं पढ़ते। ऐसे में नौवीं कक्षा में परीक्षा देेने की नौबत आने पर ऐसे बच्चे फेल हो जाते हैं। आप सरकार के मुताबिक, इस व्यवस्था को ठीक करने के लिए 1 दिसंबर, 2015 दिल्ली विधानसभा ने 'राइट टू चिल्ड्रन टू फ्री एंड कंपल्स्री एजुकेशन बिल-2015' पास किया था।
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बिल पेश होने के छह महीने बाद भी केंद्र सरकार द्वारा कानून को मंजूरी नहीं दी गई है। इस बाबत दिल्ली सरकार ने आज प्रमुख समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी कर केंद्र से विरोध जताया है। विज्ञापन के अंत में दिल्ली सरकार ने दोहराया है, 'वो परेशान करते रहे, हम काम करते रहे'।
क्या कहता है कानून
कानून के मुताबिक, अब सभी कक्षाओं में परीक्षाएं ली जाएंगी। फेल होने की स्थिति में ऐसे बच्चों को उसी कक्षा में रखा जाएगा।
केंद्र सरकार से गुहार
दिलली सरकार ने विज्ञापन जारी कर आरोप लगाया है कि इस कानून को जल्द मंजूरी दी जाए। साथ ही यह भी कहा गया हैै कि जनहित के ऐसे 14 बिलों को रोक रखा है।
खुद की ठोकी पीठ
दिल्ली सरकार का कहना है कि उन्होंने सस्ती बिजली, मुफ्त पानी, मोहल्ला क्लीनिक, फ्री दवाई, मुफ्त स्वास्थ्य जांच, सरकारी स्कूलों में सुधार को लेकर खूब काम किए हैं।
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