शैलजा की हत्या के अरोपित मेजर के झूठ से पुलिस तंग
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नारायणा थाना क्षेत्र में गत शनिवार को मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नारायणा थाना क्षेत्र में गत शनिवार को मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार मेजर निखिल हांडा ने बताया है कि हत्या में इस्तेमाल चाकू उसने दिल्ली कैंट इलाके से खरीदा था। बुधवार को पुलिस की टीम आरोपित को लेकर दिल्ली कैंट के उस दुकान पर पहुंची जहां से उसने चाकू खरीदने का दावा किया था। पश्चिमी जिले के पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि पुलिस टीम जब आरोपित को लेकर दुकानदार के पास पहुंची तो उसने आरोपित को पहचानने से इन्कार किया और कहा कि उसके पास सैकड़ों की संख्या में लोग सामान लेने आते हैं ऐसे में किसी एक शख्स को पहचानना मुश्किल है। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि दुकान के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं है, जिससे कि आरोपित के दावे की पड़ताल की जा सके। उन्होंने कहा कि पूछताछ में आरोपित मेजर सहयोग नहीं कर रहा है। वह बार-बार झूठ बोल रहा है। इस मामले में पुलिस एक चाकू पहले ही बरामद कर चुकी है, लेकिन दूसरा चाकू तमाम कोशिश के बाद भी अब तक उसके हाथ नहीं लगा है।
बुधवार सुबह तीन घंटे पुलिस टीम वारदात में प्रयुक्त चाकू को बरामद करने के लिए दिल्ली कैंट इलाके की खाक छानती रही। पुलिस के अनुसार, आरोपित ने बताया कि नारायणा से धौलाकुआं जाने के क्रम में स्लिप रोड के पास धौलाकुआं का जो बस स्टैंड है, वहीं उसने चाकू फेंका था। पुलिस टीम वहां करीब एक-डेढ घंटे तक आरोपित को लेकर चाकू ढूंढती रही, लेकिन कोशिश नाकामयाब रही। इस दौरान पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली। पुलिस टीम ने ¨रग रोड से सटी अन्य जगहों पर भी चाकू को काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद पुलिस टीम दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास घटनास्थल पर पहुंची। वहां जाने का मकसद शैलजा द्विवेदी द्वारा पहनी गई जूती को बरामद करना था। पुलिस के अनुसार, इस मामले में एक पैर की जूती अभी बरामद नहीं हुई है। अभी इस मामले में जो अन्य अहम चीजें बरामद होनी शेष हैं उनमें शैलजा का पर्स व छाता शामिल है। पर्स में कुछ और भी चीजों के होने का पुलिस अनुमान लगा रही है। ये चीजें कहां फेंकी गई, इस मामले में आरोपित पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहा है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपित तनाव में कभी भी नजर नहीं आया। पुलिस अधिकारियों का कहना है, हो सकता है कि इसका कारण सेना का प्रशिक्षण हो, जिसमें तनाव पर काबू पाने की सीख दी जाती है।
आरोपित के घर से मिला दूसरा मोबाइल
पुलिस ने बताया कि छानबीन के दौरान साकेत स्थित आरोपित के घर से दूसरा मोबाइल मिल गया है। इस मोबाइल में लगा सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर का है। मोबाइल का अधिकांश डाटा गायब है। पुलिस की साइबर टीम गायब डाटा को प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।
कपड़े जलाने की बात पर संशय बरकरार
आरोपित ने पुलिस को बताया कि वारदात के दौरान उसने जो कपड़े पहने थे, उन्हें जला दिया है, लेकिन पुलिस को उसकी इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है। फिर भी पुलिस आरोपित द्वारा बताई गई जगहों पर जले कपड़ों को ढूंढने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार व अन्य कपड़ों पर मिले खून के धब्बों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इसे शैलजा के डीएनए से मैच कराया जाएगा।