मेडिकल की पढ़ाई में मददगार बन सकेगा एनिमेटेड वीडियो
-एम्स ने तैयार किया मेडिकल शिक्षा का वर्चुअल सिलेबस -आशा कार्यकर्ताओं को इस तकनीक से किया
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
प्रौद्योगिकी की शिक्षा में जिस तरह एनिमेडेड वीडियो के इस्तेमाल का चलन बढ़ रहा है उसी तर्ज पर अब मेडिकल की पढ़ाई में भी वर्चुअल माध्यम के इस्तेमाल की तैयारी चल रही है। एम्स ने मेडिकल शिक्षा के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तीन वर्चुअल मॉड्यूल भी तैयार किए हैं, जिसमें एनिमेटेड व रिकॉर्ड वीडियों के माध्यम से मेडिकल स्किल से जुड़ी चीजें बताई गई हैं।
एम्स के डॉक्टरों का दावा है कि मेडिकल शिक्षा में ऐसे वर्चुअल सिलेबस का इस्तेमाल पूरक पाठ्यक्रम के रूप में किया जा सकता है। इस तकनीक से दूर दराज के मेडिकल व नर्सिग कॉलेजों में प्रोफेसर की कमी दूर करने में मदद मिल सकती है। साथ ही इससे आशा कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षित किया जा सकता है।
एम्स द्वारा तैयार वर्चुअल मॉड्यूल का इस्तेमाल लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज, पीजीआइ चंडीगढ़ सहित सात मेडिकल कॉलेजों में प्रयोग के तौर पर हो चुका है। इसका परिणाम 90 फीसद सफल रहा। एम्स के पैथोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि शुरुआत में इस परियोजना को नेशनल नॉलेज नेटवर्क (एनकेएन) कार्यक्रम से मदद मिली और सात मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने इसकी सराहना की। एम्स व नोएडा स्थित सी-डैक की मदद से उत्तर-पूर्व के दो मेडिकल कॉलेजों में छात्रों को पढ़ाने में वर्चुअल सिलेबस का इस्तेमाल हो रहा है।
क्या है वर्चुअल सिलेबस
डॉ. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि सभी भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (आइआइटी) व आइआइएस मिलकर एक ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रोग्राम चलाते हैं, जिसमें करीब दो हजार वीडियो बनाकर ऑनलाइन डाले गए हैं। उसकी तर्ज पर मेडिकल का वर्चुअल सिलेबस तैयार किया गया है। हालांकि इसका इस्तेमाल सिर्फ मेडिकल के छात्र कर सकते हैं। छात्रों को अपना लॉग-इन नंबर बनाना होगा। इससे यह पता चल सकेगा कि इसका इस्तेमाल कौन और कब कर रहा है।
ऐसे तैयार किया सिलेबस
एम्स ने फिलहाल मेडिकल स्किल, इलाज के दौरान हाथ की स्वच्छता, स्टिच लगाने, स्तन कैंसर की स्वत: जांच करने की तकनीक इत्यादि विषयों पर वर्चुअल सिलेबस तैयार किया है। इसमें एनिमेडेड वीडियो का इस्तेमाल किया गया है। एम्स के डॉक्टर कहते हैं कि संस्थान के प्रोफेसर जब व्याख्यान दे रहे होते हैं तब उनकी आवाज व वीडियो रिकार्ड कर उसका इस्तेमाल वर्चुअल पढ़ाई में किया जा सकता है। इसके तहत ब्लड प्रेशर की जांच, जांच के लिए रक्त निकालने की तकनीक, कैनुला, ट्यूब लगाने सहित करीब 40 तरह के स्किल शामिल हैं।
सरकार के समक्ष रखेंगे प्रस्ताव
एम्स के डॉक्टर इस तकनीक को मेडिकल शिक्षा में लागू करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) में प्रस्ताव रखेंगे। यदि सरकार ने इसे लागू किया तो मेडिकल में वर्चुअल सिलेबस का चलन बढ़ सकता है।