कड़ी सुरक्षा के बीच सीबीआई मुख्यालय लाया गया छोटा राजन
अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन को शुक्रवार सुबह पांच बजे इंडोनेशिया से चार्टर्ड विमान से आइजीआइ एयरपोर्ट (दिल्ली) लाया गया। छोटा राजन के दिल्ली पहुंचने से पहले एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन को शुक्रवार सुबह पांच बजे इंडोनेशिया से चार्टर्ड विमान से आइजीआइ एयरपोर्ट (दिल्ली) लाया गया। छोटा राजन के दिल्ली पहुंचने से पहले एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
48 घंटे पहले केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी (सीबीआई), रॉ और स्पेशल सेल की संयुक्त बैठक में छोटा राजन को हाई-सिक्योरिटी में रखने की रणनीति तैयार की गई। सुरक्षा से जुड़ी हर जानकारी व पूछताछ में हो रहे खुलासे को सुरक्षा कारणों से गोपनीय रखा जा रहा है।
राजन की सुरक्षा में कोई चूक न हो इसके लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए। एयरपोर्ट से लेकर स्पेशल सेल के लोधी कॉलोनी स्थित दफ्तर व सीबीआई मुख्यालय तक राजन की सुरक्षा मे जिन 500 पुलिसकर्मियों को लगाया गया था, उन सभी के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए थे। यहां तक कि पहली बार सुरक्षा एजेंसी व दिल्ली पुलिस ने किसी हाई सिक्योरिटी सुरक्षा में वायरलेस सेट का इस्तेमाल नहीं किया। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सुरक्षा एजेंसियो को यह निर्देश दिया था।
राजन ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस में उसके जानी दुश्मन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लोग भरे पड़े हैं। वायरलेस सेट का इस्तेमाल इसी शक में नहीं किया गया कि सूचना फ्लैश होने पर कहीं कोई पुलिसकर्मी ही दाऊद के गुर्गें को कोई जानकारी न दे दे। सीबीआई, सुरक्षा एजेंसी व स्पेशल सेल को राजन के जरिए दाऊद के कारनामे का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है। दाऊद को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी आइएसआइ का पूरा संरक्षण प्राप्त है। लिहाजा आइएसआइ व दाऊद हर संभव कोशिश करेगा कि छोटा राजन के मुंह खोलने से पहले उसे उड़ा दिया जाए। इसके लिए खूंखार आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा समेत अन्य आतंकी संगठनों का भी सहारा लिया जा सकता है।
पहले निकाला गया डमी काफिला
स्पेशल सेल वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पांच बजे एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पहले पुलिस वाहनों और कर्मियों का एक डमी काफिला निकाला गया। करीब 10 गाडि़यों के बीच एक काले शीशे वाली बुलेटप्रूफ एंबेसडर कार थी। उसमे छोटा राजन जैसे हमशक्ल को बैठाया गया था। कार सेल की थी। उसके 10 मिनट बाद एक दर्जन वाहनों का दूसरा काफिला निकला। उस काफिले में भी एक काले शीशे वाली बुलेटप्रूफ एंबेसडर कार थी। उसी मे राजन बैठा था।
डमी व राजन के काफिले में कुल 150 पुलिस अधिकारी और कर्मी थे। संयुक्त आयुक्त, डीसीपी और एडिशनल डीसीपी की टीम मे 50-50 पुलिसकर्मी शामिल थे। एडिशनल डीसीपी डमी काफिला को लेकर लोधी कालोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंचे। दूसरे काफिले में आगे संयुक्त आयुक्त के साथ कुछ गाडि़यां थीं जो पहले सीबीआई मुख्यालय पहुंच गई। उनके पीछे डीसीपी की गाड़ी के साथ आधा दर्जन गाडि़यां थी। इनके बीच में एंबेसडर थी, उसी में राजन के साथ डीसीपी प्रमोद कुशवाहा बैठे थे। सुबह करीब 6 बजे राजन को सीबीआई मुख्यालय लाया गया। एयरपोर्ट से सीबीआई मुख्यालय तक दर्जनों पीसीआर लगातार दौड़ती रही।
पीएम हाउस से भी कड़ी है सीबीआई मुख्यालय की सुरक्षा
बृहस्पतिवार रात ही सीजीओ कॉम्पलेक्स के समीप स्थित सीबीआई मुख्यालय के चारों तरफ की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। मुख्यालय के सामने वाली दोनों तरफ की सड़कों पर बेरिकेडिंग की गई। सुरक्षा में दिल्ली पुलिस के कमांडो, सेल का स्वैट दस्ता, पैरा मिलिट्री, एनएसजी और राजस्थान पुलिस को लगाया गया है। मुख्यालय के चारों तरफ करीब आधा किलोमीटर की परिधि को पुलिस छावनी मे तब्दील कर दिया गया है, ताकि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सके। अत्याधुनिक हथियारो से लैस सुरक्षाकर्मी बुलेटप्रूफ जैकेट में तैनात है। कुछ इसी तरह की स्थिति स्पेशल सेल के दफ्तर की भी है। मुख्यालय के सामने वाली सड़क पर पैदल यात्रियों के आवागमन पर भी रोक है। मुख्यालय के अंदर जांच पड़ताल और परिचय पत्र देखने के बाद प्रवेश करने दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी ऐसी सुरक्षा नहीं है।
नहीं बोल रहे अधिकारी
राजन से पूछताछ संबंधी कोई भी जानकारी मीडिया में न जाए, इसके लिए गृह मंत्रालय व सुरक्षा एजेसियों ने दिल्ली पुलिस को सख्त चेतावनी दी है। यही वजह है स्पेशल सेल का कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।