क्राउड फंडिग के जरिये जमा किया 190 छात्रों का परीक्षा शुल्क
कोरोना महामारी के चलते दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने सीबीएसई का बोर्ड परीक्षा शुल्क जमा करने में असमर्थता जताई थी। जिसके बाद इन बच्चों की परेशानी को देखते हुए दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सीबीएसई को पत्र लिखकर फीस माफ करने की बात कहीं थी। लेकिन बोर्ड ने इन छात्रों को परीक्षा शुल्क में राहत देने के लिए फीस माफ करने की बजाय फीस भरने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है। जिसके बाद से इन छात्रों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इन छात्रों की परेशानी को देखते हुए अब कई निजी संगठन आगे आएं है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने सीबीएसई का बोर्ड परीक्षा शुल्क जमा करने में असमर्थता जताई थी। इन बच्चों की परेशानी को देखते हुए दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने भी सीबीएसई को पत्र लिखकर फीस माफ करने का आग्रह किया था, लेकिन बोर्ड ने फीस माफ करने में असमर्थता जताई। छात्रों की परेशानी को देखते हुए अब कई निजी संगठन आगे आए हैं। ऑल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन ने भी जन सहयोग (क्राउड फंडिग) के जरिये करीब 190 छात्रों का परीक्षा शुल्क भर दिया है। ये सभी छात्र मोती बाग स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय के हैं।
ऑल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने क्राउड फंडिग के जरिये लगभग चार लाख रुपये एकत्रित किए थे। इन रुपयों का डिमांड ड्राफ्ट उन्होंने मोती नगर स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज पांडे को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन आगे भी क्राउड फंडिग के जरिये छात्रों की मदद जारी रखेगा। जल्द ही वह पंडारा रोड स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय की कक्षा 10वीं और 12वीं की 92 छात्राओं का करीब एक लाख रुपये परीक्षा शुल्क भरेंगे। तीन लाख छात्र बैठेंगे परीक्षा
दिल्ली में करीब तीन लाख छात्र इस सत्र में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले हैं। इन सभी को 31 अक्टूबर तक फीस जमा करनी है।