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एम्स ट्रॉमा सेंटर में ठप रही सर्जरी

एम्स ट्रॉमा सेंटर में आगजनी की घटना के बाद संस्थान के डॉक्टर नर्स व कर्मचारियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए मरीजों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित कर उन्हें बचा लिया। ट्रॉमा सेंटर में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की पाइप लाइन को मरम्मत भी कर लिया गया है। इसलिए रिसाव की समस्या दूर हो गई है और ऑक्सिजन आपूर्ति दोबारा बहाल हो गई है। इसलिए ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में भर्ती मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों व नर्सों ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि ट्रॉमा सेंटर में आगजनी की यह घटना दिल्ली एनसीआर में सड़क हादसों में जख्मी होने वाले लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। क्योंकि इस घटना के कारण ऑपरेशन थियेटर (ओटी) प्रभावित होने से ट्रॉमा सेंटर में सर्जरी ठप रही। इसलिए सोमवार को नए मरीज भर्ती नहीं लिए गए और पहले से प्लान सर्जरी भी टाल दी गई। हालांकि एम्स ट्रॉमा सेंटर प्रशासन का कहना है कि एक ओटी मंगलवार को शुरू हो जाएगा। इससे मरीजों को थोडी राहत मिल पाएगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 10:30 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:30 PM (IST)
एम्स ट्रॉमा सेंटर में ठप रही सर्जरी
एम्स ट्रॉमा सेंटर में ठप रही सर्जरी

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :

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एम्स ट्रॉमा सेंटर में आगजनी की घटना के बाद संस्थान के डॉक्टर, नर्स व कर्मचारियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए मरीजों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित कर उन्हें बचा लिया। ट्रॉमा सेंटर में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की पाइपलाइन को मरम्मत भी कर लिया गया है। इससे ऑक्सीजन आपूर्ति दोबारा बहाल हो गई है।

हालांकि ट्रॉमा सेंटर में आगजनी की यह घटना दिल्ली-एनसीआर में सड़क हादसों में जख्मी होने वाले लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। सोमवार को नए मरीज भर्ती नहीं लिए गए और पहले से प्लान सर्जरी भी टाल दी गई। एम्स ट्रॉमा सेंटर प्रशासन का कहना है कि एक ओटी मंगलवार को शुरू हो जाएगा। स्थिति पूरी तरह सामान्य होने में करीब एक माह समय लग सकता है।

ट्रॉमा सेंटर में छह ओटी हैं। वर्ष 2017-18 में ट्रॉमा सेंटर में 6,910 सर्जरी हुई थी। इस लिहाज से ट्रॉमा सेंटर में प्रतिदिन 19 से 20 मरीजों की सर्जरी होती है। पांच ओटी भूतल पर मुख्य ब्लॉक में है। जबकि एक पहली मंजिल पर। रविवार को हुई आगजनी की घटना में भूतल पर स्थित पांचों ओटी को नुकसान पहुंचा है। इसमें से दो ऑपरेशन थियटर में उपकरणों को काफी नुकसान पहुंचा है।

आग बुझाने के लिए ऑपरेशन थियेटर के शीशे तोड़ने भी पड़े थे। ट्रॉमा सेंटर के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित लठवाल ने कहा कि पहली मंजिल पर स्थित ओटी की टेस्टिंग कर ली गई है वह सर्जरी के लिए तैयार है। इसे मंगलवार को शुरू कर दिया जाएगा और तीन मरीजों की सर्जरी प्लान की गई है। भूतल पर स्थित मुख्य ओटी में शीशे मंगलवार को लग जाएंगे। उम्मीद है कि मुख्य ओटी में तीन टेबल एक सप्ताह में शुरू हो जाएंगे। इस तरह छह में से चार ओटी टेबल एक सप्ताह में कार्यरत हो जाएंगे।

सफदरजंग इमरजेंसी में बढ़ी भीड़

ट्रॉमा सेंटर में नए मरीजों को भर्ती नहीं लिए जाने से सोमवार को सफदरजंग अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ अधिक रही। पुलिस भी हादसा पीड़ितों को ट्रामा सेंटर की जगह दूसरे अस्पताल में लेकर पहुंच रही थी।

पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित

एम्स प्रशासन का कहना है कि प्रथम ²ष्टया यह बात सामने आई है कि ट्रॉमा सेंटर के भूतल पर स्थित मुख्य ओटी के पास शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी। ओटी के पास स्टोर है, जहां ओटी में इस्तेमाल होने वाला कबाड़ भी रखा जाता है। उस स्टोर मे आग फैलने पर पूरे ओटी ब्लॉक में धुआं फैल गया था। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है, जो मामले की जांच करेगी। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए दिशा निर्देश तय किए जाएंगे।


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