दिल्ली की लड़कियों को लेकर चौंकाने वाला सर्वे, स्कूल से ही लगने लगी है ड्रग्स की लत
एम्स के अध्ययन में चौंकाने वाली बात यह समाने आई है कि नशे की शिकार लड़कियां कम उम्र में हेरोइन जैसी खतरनाक नशा करने से गुरेज नहीं कर रहीं। लड़कियां ज्यादातर हेरोइन का इस्तेमाल करती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। राजधानी में युवाओं ही नहीं, बच्चों और किशोरों तक में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है, जो चिंताजनक है। अभी तक इसका शिकार अधिकतर लड़के होते थे, लेकिन अब लड़कियां भी नशे की गिरफ्त में तेजी से आ रही हैं। एम्स के डॉक्टरों द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। इसके अनुसार, कम उम्र की स्कूली लड़कियां (खासकर किशोरियां) मादक पदार्थों का इस्तेमाल कर रही हैं। इनमें भी ज्यादातर हेरोइन जैसी खतरनाक नशे की आदी होती जा रही हैं।
एशियन जर्नल ऑफ साइकेट्री में प्रकाशित इस अध्ययन में शामिल एम्स के नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर के प्रोफेसर डॉ. अतुज अंबेकर ने कहा कि आम तौर पर नशे का शिकार बड़ी उम्र के लोग और उनमें भी अधिकतर पुरुष होते हैं। इसलिए ज्यादातर अध्ययन भी वयस्कों व लड़कों पर ही किए गए हैं। लड़कियों में नशे की लत पर इसके पूर्व खास अध्ययन नहीं किया गया है, इसलिए प्रोफेसर डॉ. अंजू धवन के नेतृत्व में यह अध्ययन किया गया है।
वर्ष 2004 से 2018 के बीच इलाज के लिए पहुंचीं 28 लड़कियों पर यह अध्ययन किया गया है। इनमें ज्यादातर 15 से 16 साल की छात्राएं थीं। नशे के कारण कुछ लड़कियों की पढ़ाई भी छूट गई थी। इनमें से 89.3 फीसद शहरी क्षेत्र से थीं। 28 में से 17 लड़कियां (60.7 फीसद) ओपॉएड इस्तेमाल करती थीं।
ओपॉएड का इस्तेमाल दर्द से राहत के लिए भी किया जाता है। यह नशीली होती है। सबसे बड़ी बात कि 17 में से 11 लड़कियां हेरोइन इस्तेमाल करती थीं। इनमें से 30 फीसद लड़कियां इंजेक्शन के माध्यम से हेरोइन ले रही थीं। एम्स के डॉक्टर इस मामले पर विस्तृत अध्ययन की जरूरत महसूस कर रहे हैं।
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