एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने की स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : सातवें वेतन आयोग का अब तक लाभ नहीं मिल पाने के कारण एम्स के रेजिड
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
सातवें वेतन आयोग का अब तक लाभ नहीं मिल पाने के कारण एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। इस वजह से एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शुक्रवार को भी भूख हड़ताल पर रहते हुए ओपीडी में मरीजों का इलाज किया। हालांकि रेजिडेंट डॉक्टरों ने भूख हड़ताल वापस ले ली है, लेकिन एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने वेतन बढ़ोतरी का लाभ नहीं मिल पाने के खिलाफ सरकार का विरोध जारी रखने का फैसला किया है। साथ ही आरडीए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा पर एम्स के कर्मचारियों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और उनसे इस्तीफे की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि आरडीए ने बृहस्पतिवार से भूख हड़ताल शुरू की थी। एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजीत सिंह भट्टी ने कहा कि इस भूख हड़ताल के बारे में रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीजों से भी बात की है। मरीजों को बताया गया है कि आखिर क्यों एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों को भूखे पेट मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। आरडीए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विजय गुर्जर ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर दोपहर में प्रतिदन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।