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पेरिस पर ISIS के हमले ने उड़ाई दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की नींद

पेरिस में हुए जबरदस्त आतंकी हमले ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की नींद उड़ा दी है। सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो आइएस के मुखिया अबू बक्र अल बगदादी से प्रभावित होकर वैसे तो 2009 से ही भारत में रहने वाले मुस्लिम युवक

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2015 10:47 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2015 11:03 AM (IST)
पेरिस पर ISIS  के हमले ने उड़ाई दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की नींद

नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। पेरिस में हुए जबरदस्त आतंकी हमले ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की नींद उड़ा दी है।

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सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो आइएस के मुखिया अबू बक्र अल बगदादी से प्रभावित होकर वैसे तो 2009 से ही भारत में रहने वाले मुस्लिम युवक सीरिया जा रहे हैं, लेकिन भारत में इस संगठन का अस्तित्व नहीं होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां व सेल गंभीर नहीं थीं, किंतु अब सेल इस संगठन को लेकर बेहद चौकस रहेगी।

सेल के अधिकारी का कहना है कि ऐसा सोचना गलत होगा कि भारत में आइएस पैर नहीं पसार सकता है। पेरिस की घटना को देखते हुए सेल को इस संगठन को लेकर अधिक चौकसी बरतने की जरूरत है। कुछ वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला बड़ा साजिद नाम का युवक आइएस में भर्ती होने सीरिया चला गया था।

वहीं पर वह मारा गया। सन् 2009 से देश भर से मुस्लिम युवक आइएस में भर्ती होने सीरिया जा रहे हैं। कुछ साल पहले स्पेशल सेल को इंटेलीजेंस व इंटरसेप्शन के जरिये आजमगढ़ से करीब दो दर्जन युवकों के सीरिया जाने की जानकारी मिली थी। वे लोग नेपाल के रास्ते पहले पाकिस्तान गए।

फिर वहां से कुछ युवक सीरिया चले गए और कुछ पाकिस्तान में ही रह गए। वहां से वे लोग पहले इंडियन मुजाहिदीन व लश्कर ए तैयबा से जुड़कर भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देते रहे। बाद इंडियन मुजाहिदीन से अलग उन युवाओं ने 2013 में अंसारुल तौहीद नाम से संस्थान बनाया।

आजमगढ़ व दिल्ली समेत दक्षिण भारत के रहने ज्यादातर युवा अंसारुल से जुड़ गए। कनार्टक के भटकल गांव का रहने वाला सुल्तान अरमार पाकिस्तान में अंसारुल का मुखिया बन गया। बताया जाता है कि हाल के वर्षो में अंसारुल तौहीद के अधिकतर आतंकी आइएस में शामिल हो गए।

सेल का कहना है कि जब बड़ी संख्या में भारत के विभिन्न राज्यों से मुस्लिम युवक सीरिया की तरफ रुख करने लगे तभी मामला संदिग्ध मानते हुए सेल ने जुलाई में आइएस के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली थी, ताकि उस दिशा में जांच शुरू कर आइएस में भर्ती होने वाले युवकों की पहचान की जा सके और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके, लेकिन एफआइआर के बाद जांच आगे नहीं बढ़ी।

पेरिस की घटना के बाद पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी व विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था दीपक मिश्र ने सेल को चौकस रहने के निर्देश दिए। देश से बाहर आने-जाने वाली कॉल पर नजर रखी जा रही है। सेल अब उन युवकों के बारे में पता लगाने की कोशिश करेगी, जो हाल के वर्षो में पाकिस्तान व सीरिया गए थे और अब तक वापस नहीं लौटे हैं।


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