रिश्वतखोरी में प्रेम नगर थाने के छह पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
रिश्वतखोरी के आरोपों में रोहिणी जिले के प्रेम नगर थाने के छह पुलिसकर्मियों पर निलंबन व लाइन हाजिर की गाज गिरी है। इनमें दो हवलदारों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई तो एसआइ सहित चार पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इनमें दो हवलदारों के खिलाफ रिश्वत लेने की सीडी भी सामने आई है।लाइन हाजिर किए जाने वालों में एसआइ विजय हवलदार कृष्णन सिपाही राकेश व रविदर शामिल हैं जबकि हवलदार देवेंद्र व विश्वेश्वर निलंबित किए गए हैं।
स्टिग से खुला मामला, दो हवलदार निलंबित, एसआइ सहित चार पुलिसकर्मी लाइनहाजिर
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली:
रिश्वतखोरी के आरोप में रोहिणी जिले के प्रेम नगर थाने के दो हवलदार निलंबित किए गए और एसआइ सहित चार पुलिसकर्मी को लाइनहाजिर किया गया है। लाइनहाजिर किए जाने वालों में एसआइ विजय, हवलदार कृष्णन, सिपाही राकेश व रविदर शामिल हैं, जबकि हवलदार देवेंद्र व विश्वेश्वर निलंबित किए गए हैं।
आठ अप्रैल को प्रेम नगर इलाके से 18 साल की युवती के गायब होने के मामले की जांच हवलदार विश्वेश्वर को दी गई थी। मामले में युवती के परिजनों ने एक युवक पर शक जताया था कि उसने ही युवती को गायब किया है। आरोप है कि हवलदार विश्वेश्वर ने युवक के मोबाइल फोन की सीडीआर निकालने के एवज में पीड़ित परिवार से बीस हजार रुपये की मांग की थी। वहीं दूसरे मामले में हवलदार देवेंद्र पर यह आरोप है कि उसने एक बाइक चोरी के मामले में अनट्रेस रिपोर्ट देने के लिए पीड़ित से 10 हजार रुपये की मांग की थी। हालांकि उनके बीच चार हजार में सौदा तय हो गया था।
बताया जाता है कि दोनों ही मामले में दीपक नाम के एक शख्स ने पीड़ितों से संपर्क कर काम करने का भरोसा दिया और इसके बाद उसने पीड़ितों के साथ जाकर हवलदारों से बात की और बातचीत में सौदा तय होने पर रुपये भी दे दिए गए थे, लेकिन दोनों हवलदारों की स्टिग कर सीडी भी बना ली थी। जिसे बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया गया था। जिसके आधार पर दोनों हवलदारों को पहले लाइनहाजिर किया गया और फिर उन्हें निलंबित कर दिया गया।
वहीं एसआइ विजय, हवलदार कृष्णन, सिपाही राकेश व रविदर को दो मामलों में लाइनहाजिर किया गया है। बताया जाता है कि पांच अप्रैल को पुलिसकर्मियों ने अवैध रूप से ले जा रहे प्रतिबंधित केमिकल से भरा ट्रक पकड़ा था। इसके बाद इन्होंने केमिकल से भरे गोदाम पर छापा मारा था, लेकिन आरोप है कि इन्होंने रुपये लेकर आरोपितों को छोड़ दिया था।