महिषासुर विवादः AAP ने भाजपा सांसद उदितराज के बहाने पीएम मोदी को घेरा
आम आदमी पार्टी सरकार ने भारतीय जनता पार्टी सरकार को घेरा है। केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि दुर्गा का अपमान करने वाले को सांसद बनाने वाली भाजपा के मुखिया नरेंद्र मोदी क्या माफी मांगेंगे।
नई दिल्ली। कल राज्यसभा में मानव संसाधन विकास मंत्री (एचआरडी) मंत्री स्मृति ईरानी के महिषासुर को लेकर दिए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष ने जेएनयू में महिषासुर के मसले पर बंटे पर्चे को सदन में पढ़ने पर सवाल उठाए थे, साथ ही और स्मृति ईरानी से माफी की मांग की है।
महिषासुर शहादत दिवस पर शामिल हुए थे भाजपा सांसद उदित राज
वहीं इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी सरकार ने भारतीय जनता पार्टी सरकार को घेरा है। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद उदित राज को घेरते हुए दिल्ली के पर्यटन मंत्री ने कहा कि महिषासुर का पूजन करने के दौरान कार्यक्रम में भाजपा के सांसद शामिल थे।
केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि दुर्गा का अपमान करने वाले को सांसद बनाने वाली भाजपा के मुखिया नरेंद्र मोदी क्या माफी मांगेंगे।
इतना ही नहीं, केजरीवाल के मंत्री ने पूरी भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि महिषासुर का पूजन करने वाले सांसद को लेकर भाजपा क्या जवाब देगी?
यहां पर याद दिला दें जेएनयू में देश द्रोही नारे लगाने को लेकर राज्ससभा में बहस के दौरान स्मृति ईरानी अपने तल्ख तेवर में दिखीं और वामपंथी विचारधारा पर करारा प्रहार किया था। यहां उन्होंने जेएनयू में कुछ छात्रों की ओर से महिषासुर दिवस मनाए जाने पर सवाल खड़े किए थे।
स्मृति ईरानी ने कहा कि ये छात्र महिषासुर को पूर्वज मानते हैं लेकिन मां दुर्गा का अपमान करते हैं। स्मृति ईरानी के महिषासुर का मामला सदन में उठाने के बाद फिर से पुराना मुद्दा गर्म हो गया है।
वहीं, एक दैनिक अखबार ने खुलासा किया है कि भाजपा सांसद उदित राज भी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में महिषासुर शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जानकारी दी है कि अक्टूबर 2013 में इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में कहा था कि जेएनयू में वामपंथी छात्र महिषासुर शहीदी मनाते हैं। यह कैसी अभिव्यक्ति की आजादी है। क्या कोलकाता में कोई इस बारे में बहस कर सकता है।
वहीं, इस मुद्दे पर उदित राज ने एक अखबार को बताया, ‘ मैं महिषासुर शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल हुआ क्योंकि में जाति भेदभाव को बुरा मानता हूं। मैं अंबेडकर के विचारों को रखने के लिए गया था।’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘अंबेडकर ने महिषासुर को हीरो माना था।
मैं अंबेडकर का अनुयायी हूं। मैं उस समय भाजपा में नहीं था। महिषासुर दलितों के पूर्वज है और मैं उन्हें शहीद मानता हूं।’ बता दें कि उदित राज 2014 लोकसभा चुनावों से पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे।