पहले दिन खुलीं 80 फीसद दुकानें, ग्राहक नदारद
ऑड-इवन हटने का पुरानी दिल्ली के साथ ही खान मार्केट करोलबाग व कनॉट प्लेस जैसे बाजारों में मिलाजुला असर रहा। विशेष बात कि ऑड - इवन हटने और बाजार खोलने का समय बढ़ाने के बाद बाजारों में 80 फीसद दुकानें खुलने लगी हैं। पर अधिकतर दुकानों में ग्राहक नदारद दिखे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
ऑड-इवन हटने का पुरानी दिल्ली के साथ ही खान मार्केट, करोलबाग व कनॉट प्लेस जैसे बाजारों में मिलाजुला असर रहा। विशेष बात कि ऑड - इवन हटने और बाजार खोलने का समय बढ़ाने के बाद बाजारों में 80 फीसद दुकानें खुलने लगी हैं। पर अधिकतर दुकानों में ग्राहक नदारद दिखे।
चांदनी चौक में भी अधिकतर दुकानें खुलने लगी है। वैसे, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भागीरथ पैलेस का दवा बाजार में पूर्व घोषित बंद रहा। यह बाजार 4 जून तक बंद है। वहीं, ज्वेलरी बाजार कूचा माहाजनी के ज्वेलर्स ने 7 जून तक बाजार बंद रखा है। उनका मामला बॉर्डर बंद करने से जुड़ा है। ज्वेलर्स का कहना है कि जब सीमा बंद है तो बाजार खोलने का फायदा नहीं है, क्योंकि उनके ग्राहक एनसीआर के शहरों के हैं।
इसके इतर चांदनी चौक के अन्य थोक बाजार खुले रहे। हालांकि, किनारी बाजार, नई सड़क नील कटरा, बल्लीमारान जैसे बाजारों में इकादुक्का ग्राहक ही दिखे। यहीं हाल खान मार्केट, कनाट प्लेस और करोलबाग बाजार में भी दिखा। वैसे, मोबाइल के बाजार गफ्फार मार्केट में थोड़ी ग्राहकों की भीड़ दिखी। इस बारे में दिल्ली हिन्दुस्तानी मर्चेटाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण सिघानिया ने कहा कि बॉर्डर बंद होने का असर बाजारों पर पड़ा है। क्योंकि, दिल्ली के बाजारों के ग्राहक दूसरे राज्यों के लोग है। ऐसे में जबतक दिल्ली की सीमाओं को पूरी तरह नहीं खोला जाता है तबतक बाजारों में ग्राहकों की पहुंच नहीं हो पाएगी। वहीं, अभी मेट्रो का परिचालन भी नहीं हो रहा है। दिल्ली के कई बड़े बाजार मेट्रो स्टेशनों के आसपास ही हैं।