दैनिक जागरण के 75 साल : समाज का सजग प्रहरी है दैनिक जागरण
दैनिक जागरण समाज का सजग प्रहरी है। यह न केवल भीड़ से खुद को अलग रखता है, बल्कि स्थानीय खबरों को भी वरीयता देता है।
पूर्वा सांकला
पार्षद, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम
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दैनिक जागरण समाज का सजग प्रहरी है। जब मैं यह अखबार पढ़ती हूं, तो महसूस करती हूं कि यह न केवल भीड़ से अपने को अलग रखता है, बल्कि जितनी प्रमुखता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खबरों को देता है उतनी ही प्रमुखता स्थानीय खबरों को भी देता है। इससे स्थानीय लोगों को उनके आस-पास होने वाली घटनाओं, आयोजनों और जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जाने वाले कार्यो की जानकारी मिल जाती है।
जनप्रतिनिधियों पर भी कार्य करने का दबाव बनता है, क्योंकि उन्हें भी क्षेत्र की समस्याओं पर दैनिक जागरण को जवाब देना होता है। दैनिक जागरण पढ़ने की आदत मुझे एक ट्रेन में सफर के दौरान पड़ी। बात पांच-छह साल पहले की है। तब मैं स्कूल में पढ़ती थी। किसी कार्य से ट्रेन से आगरा जा रही थी, तो दैनिक जागरण अखबार खरीद लिया। इसके बाद मेरी सुबह दैनिक जागरण पढ़कर ही पूरी होती है। समाज को जागरूक करने में यह अच्छी भूमिका अदा कर रहा है। इसी जागरूकता से महिला सशक्तीकरण भी होगा। महिलाओं को आगे बढ़ाने संबधी समाचार समाज पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। आने वाले समय में इसके लिए और कार्य करना होगा। महिला सशक्तीकरण केवल शिक्षित समाज और शिक्षित महिला से संभव है। आज भी लड़की को यह सोचकर नहीं पढ़ाया जाता है कि उसकी तो शादी करनी है, वह तो केवल घर का ही कार्य करेगी, लेकिन समाज की इस मानसिकता को बदलना होगा। भले ही आज का दौर सोशल मीडिया का है, लेकिन अखबार का एक अलग प्रभाव है। इसलिए महिला सशक्तीकरण के लिए जागरूकता संबधी समाचारों और आलेखों को प्रकाशित करना जारी रखना होगा। 75 साल दैनिक जागरण के लिए किसी शिखर से कम नहीं है। तभी यह विश्व का सर्वाधिक पढ़े जाने वाला समाचार पत्र है और एक सजग प्रहरी के रूप में करोड़ों पाठकों के बीच में निष्पक्षता और विश्वसनीयता की पहचान बना सका है। उम्मीद करती हूं कि यह निष्पक्षता और विश्वसनीयता आने वाले 75 साल में भी कायम रहेगी। मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं जिस अखबार की पाठक हूं, उसने 75 साल पूरे कर लिए हैं। इसलिए इस मिशन को आगे बढ़ाएं, पाठकों के अनुरूप और समयानुसार इसमें बदलाव भी करते रहें। हाल ही में दैनिक जागरण को नए कलेवर के साथ पेश किया गया है। यह बहुत ही आकर्षक है। इससे अखबार पढ़ना और सरल हो गया है। जागरण के हर कर्मी और इसके संचालकों को बधाई। जो समाज की अहम जिम्मेदारी को इतनी गंभीरता और निष्पक्षता से पूरा कर रहे हैं।
(इस बार सबसे कम उम्र की पार्षद बनी हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में रघुबीर नगर से चुनी गई हैं। निगम की शिक्षा समिति की सदस्य भी हैं।)