यमुनापार में 613 लोगों को लगा कोरोना का टीका
फोटो फाइल नंबर 16 ईएनडी 4 से 5 और 15 - सरकारी और निजी 13 अस्पतालों में टीकाकरण की हुई शुरुआत टीकाकरण के लिए हर जगह दिखा उत्साह
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
यमुनापार में शनिवार को सरकारी और निजी 13 अस्पतालों में टीकाकरण की शुरुआत हो गई। पहले दिन इन सभी अस्पतालों में कुल 613 लोगों को टीका लगाया गया। इसमें सरकारी और निजी अस्पताल शामिल रहे। टीकाकरण को लेकर हर जगह उत्साह चरम पर था। हालांकि कुछ ऐसे भी कर्मचारी थे जो टीकाकरण के लिए नहीं आए। वैक्सीन को लेकर भ्रम को दूर करने के लिए कुछ अस्पतालों के विभाग प्रमुख ने सबसे पहले खुद को टीका लगवाकर उदाहरण पेश किया। टीकाकरण के बाद किसी को दिक्कत होने की सूचना कहीं से नहीं है। सभी टीकाकरण के बाद आधे घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रहे। टीका लगवाने वालों का हर जगह स्वागत किया गया। सभी जगहों पर सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध है।
राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में सुबह जैसे ही आइस बॉक्स में वैक्सीन पहुंची, वहां मौजूद कर्मचारियों ने ताली बजाकर स्वागत किया। कई लोग भावुक भी नजर आए। क्योंकि पिछले दस महीनों से इसका बेसब्री से इंतजार था। डॉक्टरों व सुरक्षाकर्मियों की देखरेख में वैक्सीन अंदर सेंटर तक पहुंचाई गई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन स्वास्थ्यकर्मियों ने सुना। करीब 11:00 बजे टीकाकरण की शुरुआत हुई। सबसे पहले टीका यहां के कोरोना मामलों के नोडल अधिकारी डॉ. विकास डोगरा को लगा। इसी तरह से दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में भी कोरोना मामलों की नोडल अधिकारी डॉ. प्रज्ञा शुक्ला को पहला टीका लगा। दोनों ने इस तरह से अन्य कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। कैंसर संस्थान में कुल 46 कर्मचारियों को टीका लगा। दो कर्मचारियों को तबीयत खराब होने की वजह से टीका नहीं दिया गया। पंचशील अस्पताल में प्रशासनिक अधिकारी अदिति गोयल को सबसे पहले टीका लगा।
जीटीबी अस्पताल में भी डॉ. आकांक्षा राठौर ने सबसे पहले टीका लगवाकर वैक्सीन से संबंधित भ्रम को दूर करने का प्रयास किया। अस्पताल की सीएमओ डॉ. श्वेता की देखरेख में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चली। डॉ. श्वेता ने बताया कि किसी भी कर्मचारी को किसी तरह की परेशानी नहीं आई। धर्मशिला कैंसर अस्पताल में आइसीयू के प्रमुख डॉ. आशुतोष भारद्वाज ने टीका लगवाया। पंजीकरण में आई परेशानी राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में टीकाकरण के लिए पंजीकरण फिर से करना पड़ा। इसकी वजह से कुछ परेशानी हुई। सौ लोगों में यहां 45 को ही टीका लगा। सेंटर पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि कोविन एप में तकनीकी दिक्कत की वजह से कई कर्मचारियों को टीका नहीं लग पाया। वहीं, कुछ कर्मचारी आए ही नहीं। अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने कहा कि टीकाकरण स्वैच्छिक था। उन्होंने बताया कि कई कर्मचारियों को शनिवार को टीका नहीं लग पाया। पहले दिन हमलोगों ने जितनी उम्मीद की थी, उतने लोगों को टीका लगाया गया। टीका लगवाने वालों से मिले स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन शाम को राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल के साथ उन कर्मचारियों से बातचीत की जिनको टीका लगाया गया है। सभी कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई।
अस्पताल कितने लोगों को लगा टीका राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल : 45
दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट : 46
जीटीबी अस्पताल : 31
डॉ. हेडगेवार आरोग्य संस्थान : 36
शांति मुकुंद अस्पताल : 40
ईएसआइ अस्पताल, झिलमिल : 48
जगप्रवेश चंद्र अस्पताल : 25
पंचशील अस्पताल : 52
लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल : 33
धर्मशिला नारायणा अस्पताल : 82
चाचा नेहरू अस्पताल : 49
मैक्स अस्पताल, पटपड़गंज : 56
मेट्रो अस्पताल, प्रीत विहार : 70