हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही दिल्ली में करता था लूटपाट
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि शेष सोना उन्हांने कोसी कलां और भरतपुर में बेच दिया है। उसे बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। दुर्गा दास एक वकील का मुंशी है। वारदात की साजिश उसने सोमवीर के साथ मिलकर रची थी। दुर्गा दास समेत अन्य को गिरफ्तार किया जाना बाकी है।
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गीता कॉलोनी के एक ज्वेलर से लूटपाट करने के आरोप में हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही सोमवीर सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सोमवीर को हरियाणा पुलिस ने कुछ साल पहले अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर बर्खास्त कर दिया था। जिसके बाद उसने लूटपाट करने के लिए हरियाणा व दिल्ली के बदमाशों का गिरोह बना लिया था। वह दिल्ली में क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर लूटपाट की वारदात को अंजाम देता था। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 39 वर्षीय सोमवीर उर्फ सोम मूलरूप से गांव बपरौला, बहादुरगढ़, झज्जर, हरियाणा का रहने वाला है। फिलहाल वह गुरुग्राम के पॉश इलाके सुशांत लोक, सेक्टर 57 में परिवार के साथ रहता था। जहां से शनिवार को क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ के बाद रविवार को चार अन्य को दिल्ली के अलग-अलग इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके चार अन्य साथियों के नाम अजय कुमार (श्याम नगर, तिलक नगर, दिल्ली), पंकज शर्मा (रणहौला), सुनील उर्फ सन्नी (टैगोर गार्डन) व दुर्गा प्रसाद (त्रिलोकपुरी) है। दुर्गा प्रसाद ने खुद को पेशे से वकील होने का दावा किया है। पांचों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
गीता कॉलोनी के रहने वाले ज्वेलर प्रवीण कुमार जैन ने जुलाई के पहले हफ्ते पुलिस में शिकायत कर कहा था कि जब वह 4.503 किलोग्राम सोना व 14 लाख रुपये नकदी लेकर रात के समय अपने घर जा रहे थे तभी दो कारों में सवार हथियारबंद पांच बदमाशों ने ओवरटेक कर उनकी कार रुकवा ली थी। उन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर सभी सोना व पैसे लूट लिए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए केस को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया था।
बदमाशों की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच ने 28 लाख रुपये, दो किलो सोना व वारदात में इस्तेमाल दो कार जब्त कर ली है। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि शेष सोना उन्होंने कोसी कलां और भरतपुर में बेच दिया है। उसे बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं बदमाशों का एक अन्य साथी दुर्गा दास अभी फरार है। वह एक वकील का मुंशी है। वारदात की साजिश उसने सोमवीर के साथ मिलकर रची थी।