दिल्ली में अप्रैल से सड़कों पर उतरने वालीं इलेक्ट्रिक बसों के रूट तय, आप भी जान लें खूबियां
Delhi E Bus Route इन बसों के रूट इस तरह बनाए गए हैं कि एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन बस अड्डा से लेकर ग्रामीण और दिल्ली के बाहरी इलाके भी जोड़े गए हैं। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य इन बसों को दिल्ली भर में चलाने का है।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सरकार ने अप्रैल तक आने वाली इलेक्ट्रिक बसों के रूट फाइनल कर दिए हैं। इन बसों के रूट इस तरह बनाए गए हैं कि एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन, बस अड्डा से लेकर ग्रामीण और दिल्ली के बाहरी इलाके भी जोड़े गए हैं। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य इन बसों को दिल्ली भर में चलाने का है। इसके तहत 300 बसों में मुंडेला कलां डिपो में 100 बसें, राजघाट डिपो से 50 और रोहिणी सेक्टर-37 डिपो से 150 बसें जोड़ी जाएंगी। गूगल मैप पर दिल्ली सरकार का पूरा बस बेड़ा गूगल मैप पर है और दिल्लीवासी कभी भी अपनी यात्रा की योजना बनाकर बसों को ट्रैक कर सकते हैं।
किस डिपों में कितनी होंगी बसें
वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर लगभग 6900 बसें चल रही हैं, जिसमें लो फ्लोर और स्टैंडर्ड फ्लोर एसी और नॉन एसी बसें शामिल हैं।पुरानी बसें हटने के बाद क्लस्टर में 450 और नई बसें जोड़ी जा रही हैं।बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने 100 एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, इसके अलावा दिल्ली सरकार घुम्मनेहरा में 250 एसी सीएनजी और बसें जोड़ने की योजना बना रही है। दिल्ली सरकार सभी डिपो को इलेक्ट्रिक में बदल रही है।
गौरतलब है कि डीटीसी के इलेक्ट्रिक बस डिपो के अलावा क्लस्टर योजना के तहत 330 इलेक्ट्रिक बसों के लिए बस डिपो और एसी इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने की निविदा प्रक्रिया में है। ये बसें रोहिणी सेक्टर-37 में 140 बसें और बुराड़ी डिपो में 190 बसें होंगी।
ये बसें क्लस्टर सेवा के तहत आने वाली एक हजार इलेक्ट्रिक बसों में से होंगी। दिल्ली सरकार के पास दो स्थानों, हरि नगर एक और दो, और वसंत विहार में मल्टी लेवल बस पार्किंग सुविधाएं भी तैयार हो रही हैं।
बता दें कि दिल्ली सरकार शहर के कोने-कोने तक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुरुस्त करने में जुटी हुई है। इसके तहत ये सारे सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, वायु प्रदूषण के मद्देनजर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को ही प्राथमकिता दी जा रही है।