DU Foundation Day: डीयू ने इम्तियाज अली व अमित खरे समेत अन्य पूर्व छात्रों को किया सम्मानित
DU Foundation Day दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)ने शनिवार को 99वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया। आमतौर पर प्रति वर्ष एक मई को स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जाता है लेकिन इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर के चलते आयोजन में देरी हुई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)ने शनिवार को 99वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया। आमतौर पर प्रति वर्ष एक मई को स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जाता है, लेकिन इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर के चलते आयोजन में देरी हुई। समारोह में फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव अमित खरे, पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी समेत कई अन्य पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। समारोह में कई पूर्व छात्रों ने आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई।
इन पूर्व छात्रों को किया गया सम्मानित
- किरण रिजिजू- केंद्रीय कानून मंत्री
- जस्टिस इंद्रजीत मोहंती- मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान हाईकोर्ट
- पीके मिश्रा-प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव
- अमित खरे-केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव
- मनोज कुमार- मुख्य चुनाव आयुक्त, उत्तर प्रदेश
- किरण बेदी- पूर्व उपराज्यपाल, पुडुचेरी
- इम्तियाज अली- फिल्म निर्देश
कडीयू प्रशासन ने बताया कि इम्तियाज अली और अमित खरे कार्यक्रम में उपस्थित हुए। बाकी पूर्व छात्रों ने आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई। 29 शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के सर्वोच्च निष्ठा धृति: सत्यम सम्मान से प्लांट मालिक्यूलर बायोलाजी विभाग के प्रो. जितेंद्र पी खुराना और अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. पामी दुआ को सम्मानित किया गया।
कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने कहा कि विवि का सफर तीन कालेजों सेंट स्टीफंस, हिंदू कालेज और जाकिर हुसैन कालेज के साथ शुरू हुआ था। वर्तमान में 91 कालेज, 16 फैकल्टी, 20 केंद्र एवं 86 विभाग हैं। छह लाख 40 हजार से अधिक छात्र पढ़ते हैं।
कार्यवाहक कुलपति ने कहा कि शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस सत्र में शोध के लिए 250 आवेदन आए थे। अब तक 165 शोध प्रोजेक्ट को 5.5 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की जा चुकी है। उन्होने कहा कि कोरोना काल में आनलाइन परीक्षा, पढ़ाई हो रही है। डीयू डिजिटल और प्रोविजनल सर्टिफिकेट दे रहा है। अब तक 21 हजार छात्रों को डिजिटल डिग्री दी जा चुकी है। 3900 छात्रों को प्रोविजनल डिग्री दी गई, वहीं कोरोना काल में 6500 से अधिक छात्रों को वर्क फ्राम होम इंटर्नशिप दिलाई गई। जबकि चलो इंडिया प्रोग्राम के तहत चार हजार से अधिक छात्रों को इंटर्नशिप दिलाने में मदद की गई।