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देह व्यापार से जुड़ीं महिलाओं को मिली उम्मीद की ‘किरण’, जीबी रोड के चंगुल में फंसी कई युवतियों को मिली नई जिंदगी

International Womens Day 2021 दिल्ली के रेड लाइट एरिया जीबी रोड की कई महिलाएं देह व्यापार से मुक्ति पाना चाहती हैं। लॉकडाउन के दौरान इनकी आर्थिक स्थिति और भी दयनीय हो गई थी। इस बीच दिल्ली पुलिस की सब इंस्पेक्टर किरण सेठी उनके लिए उजाला बनकर आईं।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 12:10 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 12:10 PM (IST)
देह व्यापार से जुड़ीं महिलाओं को मिली उम्मीद की ‘किरण’, जीबी रोड के चंगुल में फंसी कई युवतियों को मिली नई जिंदगी
किरण सेठी के प्रयास से कोठे की कई युवतियां कंपनियों में काम करने लगी हैं।

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। मजबूरी महिलाओं को देह व्यापार की गंदी दुनिया में खींच लाती है। एक बार इस दलदल में फंस जाने के बाद बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। दिल्ली के रेड लाइट एरिया जीबी रोड की कई महिलाएं देह व्यापार से मुक्ति पाना चाहती हैं। लॉकडाउन के दौरान इनकी आर्थिक स्थिति और भी दयनीय हो गई थी। इस बीच दिल्ली पुलिस की सब इंस्पेक्टर किरण सेठी उनके लिए उजाला बनकर आईं। किरण ने इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया। प्रारंभ में इन महिलाओं को दीपक, मोमबत्ती, कागज व कपड़े के बैग बनाने का हुनर सिखाया। वहीं, उन्होंने इनके स्वावलंबन के लिए खादी ग्रामोद्योग को पत्र लिखा, ताकि जूट की सामग्री, अगरबत्ती सहित हैंडीक्राफ्ट का प्रशिक्षण दिया जा सके। वहीं, मां की अतीत का असर बच्चों पर न पड़े इसके लिए किरण उनके बच्चों को कोठे से अलग रख पढ़ाने की व्यवस्था भी कर रही हैं।

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किरण ने बताया कि एक उम्र के बाद देह व्यापार से जुड़ीं महिलाओं के सामने जीवन यापन की गंभीर समस्या आ खड़ी होती है। इससे वे अपराध की दुनिया में भी कदम रख देती हैं। इसे देखते हुए उन्होंने इनके स्वावलंबन का प्रयास किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू करवाया। ऐसी 1500 महिलाओं को दीपक, मोमबत्ती सहित पेपर और कपड़े के बैग बनाने का प्रशिक्षण दिए जाने के साथ ही उनके द्वारा बनाए गए सामान की मार्केटिंग का भी प्रबंध किया गया। अब कोठे की कई युवतियां कंपनियों में काम करने लगी हैं।

लेडी सिंघम के नाम से चर्चित किरण सेठी वर्ष 1987 में दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल नियुक्त हुई थीं। स्कूल के समय उन्होंने जूडो-कराटे सीखना शुरू किया था, लेकिन गुरु शिव कुमार कोहली के दिशानिर्देश में उन्होंने इसे जीवन का मकसद बना लिया। वह जूडो -कराटे में ब्लैक बेल्ट सेकंड डान हैं और ताइक्वांडो भी जानती हैं। आत्मरक्षा प्रशिक्षण के सबसे बड़े प्रदर्शन के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।


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