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एशिया की सबसे सुरक्षित जेल में आतंकी कनेक्शन का खुलासा, ISIS ने रची थी हत्या की साजिश

दिल्ली की तिहाड़ जेल में हत्या की साजिश कैदी ने 2 इस्मालिम स्टेट्स ऑफ ईराक और सीरिया (Islamic State in Iraq and Syria ) आतंकियों के इशारे पर रची थी। इसके बाद उसने दोस्त से हत्या के लिए पारा मंगवाया था। फिलहाल स्पेशल सेल दोनों से पूछताछ कर रही है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 07:48 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 07:48 AM (IST)
एशिया की सबसे सुरक्षित जेल में आतंकी कनेक्शन का खुलासा, ISIS ने रची थी हत्या की साजिश
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने प्रोडक्शन वारंट लेकर शाहिद को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तिहाड़ में बंद दंगे के आरोपित अंकित व एक अन्य की पारा (मर्करी) देकर हत्या करने की साजिश को नाकाम कर दिया है। सेल ने इस मामले में तिहाड़ में बंद कैदी व उसके साथी को गिरफ्तार कर पारा जब्त कर लिया है। हत्या की यह साजिश कैदी ने तिहाड़ में बंद 2 इस्मालिम स्टेट्स ऑफ ईराक और सीरिया (Islamic State in Iraq and Syria ) आतंकियों के इशारे पर रची थी। इसके बाद उसने दोस्त से हत्या के लिए पारा मंगवाया था। पुलिस को शक है कि दोनों आरोपितों की हत्या कर एक बार फिर दिल्ली का माहौल बिगाड़ने के लिए यह साजिश रची गई थी। फिलहाल स्पेशल सेल दोनों से पूछताछ कर रही है।

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दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल को सूचना मिली कि तिहाड़ में बंद दंगे के दो आरोपितों की हत्या की साजिश जेल में ही बंद शाहिद अपने साथी असलम के साथ मिलकर रच रहा है। जांच में दोनों के बीच कई बार बात होने की जानकारी मिली। यही नहीं जेल के पास से उठाए गए डंप डाटा की जांच में स्पेशल सेल को एक संदिग्ध नंबर पर बार-बार बात होने का भी पता चला। इस नंबर को सेल ने इंटरसेप्ट करना शुरू कर दिया और गत दिनों असलम जब पारा लेकर शाहिद को पहुंचाने जेल जा रहा था, तभी रास्ते में ही सेल की टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसे शाहिद ने पारा पहुंचाने को कहा था। इस पर सेल ने प्रोडक्शन वारंट लेकर शाहिद को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।

दुष्कर्म व हत्या के आरोप में बंद हैं आरोपित शाहिद और असलम

बता दें कि शाहिद व असलम दिल्ली के अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं। ख्याला में 2015 में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी व उसके दो बच्चों की हत्या करने के आरोप में शाहिद तिहाड़ जेल में बंद है। उसे उम्रकैद की सजा मिली है।

पूछताछ में पता चला कि तिहाड़ में बंद आइएस आतंकी अब्दुल सामी व अजीमुसान अजीम ने शाहिद को दिल्ली दंगे के आरोप में जेल में बंद दोनों दंगा आरोपितों की हत्या करने के लिए उकसाया था। अब्दुल सामी को एनआइए ने 2015 में गिरफ्तार किया था। उसे आइएस ने भारत में विभिन्न मुस्लिम इलाकों में जाकर संगठन के लिए युवाओं की भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अजीमुसान अजीम को स्पेशल सेल ने 2016 में दिल्ली व हरिद्वार समेत अन्य शहरों में बम ब्लास्ट करने की योजना में गिरफ्तार किया था। यह यूनानी डाक्टर भी है। बता दें कि ISIS को भारत में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ भी समर्थन करती है। 

बदला लेने के लिए अंकित व एक अन्य को मारना चाहता था

अब्दुल सामी के उकसाने पर ही शाहिद बदला लेने के लिए तिहाड़ में बंद दंगा आरोपित अंकित व एक अन्य को मारने के लिए तैयार हो गया था। उसने कहा था कि इन दोनों आरोपितों ने दंगे में उनके भाई-बंधुओं की न सिर्फ हत्या की बल्कि धार्मिक स्थलों को भी आग के हवाले किया है। वहीं, अजीमुसान ने शाहिद से कहा था कि वह पारा खिलाकर दोनों की हत्या कर दे। इससे किसी को पता नहीं लग सकेगा। दोनों आतंकियों की बात पर अमल कर शाहिद ने जनवरी के पहले हफ्ते में जेल से असलम को फोन कर पारे का इंतजाम करने को कहा था।


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