दिल्ली वालों को मिली सौगात, खुद के उपयोग के साथ अब बेच सकेंगे सौर ऊर्जा
Solar Energy प्रस्तावित परियोजना में 150 आवासीय व व्यवसायिक परिसर चिंहित किए गए हैं जो खुद के इस्तेमाल के साथ अतिरिक्त सौर ऊर्जा उत्पादित बिजली को दूसरे उपभोक्ताओं को बेच सकेंगे। इससे लोगों को ही बड़ा फायदा होगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। राष्ट्रीय राजधानी में अब न सिर्फ अपने इस्तेमाल के लिए सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा, बल्कि अब इसे बेचा भी जा सकेगा। इसकी शुरुआत टाटा पावर-डीडीएल ऑस्ट्रेलिया की तकनीकी कंपनी पावर लेजर और इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम (आईएसजीएफ) के सहयोग से करने जा रही है। फिलहाल इसका लाभ राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरी दिल्ली के उपभोक्ताओं को मिलेगा। इस परियोजना में 150 आवासीय व व्यवसायिक परिसर चिंहित किए गए हैं, जो खुद के इस्तेमाल के साथ अतिरिक्त सौर ऊर्जा उत्पादित बिजली को दूसरे उपभोक्ताओं को बेच सकेंगे। फिलहाल इसका परीक्षण चल रहा है, जो इस वर्ष जून तक चलेगा। परीक्षण के आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी। बिक्री नियमों के लिए नीति बनाने के लिए इसे सरकार को भी सौंपा जाएगा। टाटा पावर-डीडीएल के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने बताया कि हरित तकनीकी को बढ़ावा देने के साथ सौर ऊर्जा को और बढ़ावा देने के लिए बिजली वितरण क्षेत्र में बदलाव लाने की दिशा में काम कर रहा है। इससे वे लोग सौर ऊर्जा बेच सकेंगे, जिनके पास ज्यादा है। यह तब ज्यादा आकर्षक और लाभकारी होगा।
गर्मियों की शुरुआत तकरीबन-तकरीबन हो चुकी है और इस दौरान जब धूप बढ़ती है, तो सिर्फ पसीना ही नहीं निकलता, बल्कि जेब से रुपये भाप बनकर उड़ने लगते हैं। गर्मियों में कूलर, फ्रिज और एसी जब चलता है, तो बिजली का मीटर दौड़ने लगता है। लेकिन, इस बार गर्मियों में दिल्लीवासियों के लिए घर की छत पर पड़ने वाली धूप से जेब गर्म करने का मौका है। दिल्ली में बिजली वितरण से जुड़ी टाटा पावर दिल्ली डिस्टि्रब्यूशन (टीपीडीडीएल) कंपनी ने उत्तरी दिल्ली में आस्ट्रेलिया की कंपनी पावर लेजर और इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम (आइएसजीएफ) के सहयोग से ब्लाकचेन तकनीक आधारित लाइव पीयर टू पीयर (पी2पी) सौर ऊर्जा ट्रेडिंग शुरू की है। इस परियोजना में 150 आवासीय व व्यावसायिकपरिसर चिह्नित किए गए हैं जहां दो मेगावाट से ज्यादा के सौर ऊर्जा संयंत्रों को लाइव पी2पी ट्रेडिंग से जोड़ने के लिए चुना गया है। इन परिसरों में कई तो टीपीडीडीएल के हैं, जबकि कई उपभोक्ताओं से संबंधित हैं। फिलहाल इसका परीक्षण चल रहा है, जो इस वर्ष जून तक चलेगा। परीक्षण के आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी। बिक्री नियमों के लिए नीति बनाने के लिए इसे सरकार को भी सौंपा जाएगा।
इस बाबत टाटा टीपीडीडीएल के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने बताया कि हरित तकनीकी को बढ़ावा देने के साथ सौर ऊर्जा को और बढ़ावा देने के लिए बिजली वितरण क्षेत्र में बदलाव लाने की दिशा में काम कर रहा है। यह तब ज्यादा आकर्षक और लाभकारी होगा जब इससे वे लोग सौर ऊर्जा बेच सकेंगे, जिनके पास ज्यादा है और उचित कीमत पर वे लोग खरीद पाएं जिन्हें जरूरत है, साथ ही इस खरीद-फरोख्त की पारदर्शी व त्वरित प्रक्रिया हो। बता दें कि इस साल ठंड जल्द विदाई की तैयारी में चल रही है तो गर्मी ने अभी से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है।