Coronavirus Vaccine Update: बाजार में कब तक आएगी कोरोना की वैक्सीन, एम्स निदेशक डॉ. गुलेरिया ने बताया
Coronavirus Vaccine Update एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कोरोना का टीका इस साल के अंत तक बाजार में आ सकता है। डॉ. गुलेरिया ने कहा मैं सब से कहना चाहता हूं कि वैक्सीन से घबराएं नहीं और निडर होकर टीका लगवाएं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इस साल के अंत में खुले बाजार में कोरोना का टीका आ सकता है। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, फिलहाल निर्धारित लक्ष्य में शामिल लोगों का टीकाकरण हो रहा है। इसके बाद उपलब्धता के अनुरूप बिक्री के लिए बाजार में टीका उपलब्ध हो सकेगा। बुधवार को डॉ. गुलेरिया ने कोरोना टीके की दूसरी डोज ली और कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। दोनों डोज में किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं आया। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने सरकार की सूची में शामिल लोगों से आगे आकर टीकाकरण कराने की अपील की।
मीडिया से बातचीत में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीका लगाया जा रहा है। जल्द ही 50 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू होगा। टीकाकरण की शुरुआत काफी धीमी थी, लेकिन अब इसने गति पकड़ ली है। अब लोग टीका लगावाने के लिए आगे आ रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों की संख्या भी बढ़ गई है। इसलिए सरकारी के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी केंद्र बनाए गए हैं। अपने देश की आबादी को देखते हुए काफी संख्या में लोगों को टीका लगना जरूरी है। इसके लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी भी सुनिश्चित करनी होगी। पूर्व में हमलोग पोलियो सहित कई टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चला चुके हैं। इसी तरह कोरोना टीकाकरण में भी सफलता हासिल करेंगे। कोरोना पर जीत के लिए अधिक से अधिक लोगों में एंटीबॉडी विकसित करना जरूरी है।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कई देशों में वायरस के नए स्ट्रेन सामने आए हैं। इसकी आशंका भारत में भी रहेगी, लेकिन अगर अधिक संख्या में लोग टीकाकरण करा चुके होंगे तो नए स्ट्रेन पर भी लगाम लग जाएगी। इसके लिए टीकाकरण के अभियान को तेज करना होगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि साल के अंत तक या उससे पहले ही खुले बाजार में टीके उपलब्ध हो जाएंगे। इसके बाद कोई भी टीका लगवा सकेगा।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के साथ 50 साल के अधिक उम्र और दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग टीकाकरण की प्राथमिकता में हैं। जब 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगेगा तो इनमें 70 से 75 फीसद लोग दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित श्रेणी वाले होंगे। इनके बाद 50 साल से कम उम्र के दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों को टीका लगेगा।