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दिल्ली दंगों में सनसनीखेज खुलासा, धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़ उमर ने रची थी नक्सलियों जैसी साजिश

Delhi Riots News Update पूर्व छात्र उमर खालिद के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र में स्पेशल सेल ने दंगे की साजिश को बेनकाब किया है। कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र में कहा गया है कि उमर खालिद ने धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़कर नक्सलियों जैसी साजिश रची थी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 07:47 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 07:49 AM (IST)
दिल्ली दंगों में सनसनीखेज खुलासा, धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़ उमर ने रची थी नक्सलियों जैसी साजिश
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र उमर खालिद की फोटो।

नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। Delhi Riots News Update 2020: उत्तर पूर्वी दिल्ली के तकरीबन दर्जनभर इलाकों में हुए दंगों के आरोप में गिरफ्तार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) के पूर्व छात्र उमर खालिद के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र में स्पेशल सेल ने दंगे की साजिश को बेनकाब किया है। कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र में कहा गया है कि उमर खालिद ने धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़कर नक्सलियों जैसी साजिश रची थी। यही वजह थी कि यह दंगा लगातार 3 दिन तक दिल्ली की साख खराब करता रहा, जिसमें 50 से अधिक मारे गए थे। इसके साथ ही सैकड़ों लोग घायल हुए थे, वहीं घरों, दुकानों के साथ स्कूलों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। यहां तक कि पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई थी। 

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काफी लंबे वक्त से रची जा रही थी दंगे की साजिश

जांच में यह भी पता चला है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में दंगे करवाने के लिए वह काफी वक्त से योजनाबद्ध तरीके से साजिश रच रहा था।। पुलिस की ओर से उसे एक निजी सुरक्षाकर्मी मिला हुआ था, लेकिन जिस वक्त वह दंगे की साजिश रचने के लिए किसी इलाके में बैठक करने जाता तो सुरक्षाकर्मी को साथ नहीं लेकर जाता था। उमर ने अपने साथियों के साथ मिलकर समुदाय विशेष के लोगों में डर की भावना पैदा की। बेहद बर्बर तरीके दंगे को अंजाम दिया गया, निर्दोष और असहाय लोगों को निशाना बनाया गया।

दंगों में था उमर का प्रमख रोल

आरोपपत्र में कहा गया है कि दंगे में उमर मुख्य किरदार की भूमिका में था। पर्दे के पीछे रहकर चुपचाप दंगे करवा रहा था। दंगों में उसका नाम सामने नहीं आए, इसलिए वह बिहार चला गया था। वहीं, जांच के दौरान दंगों की साजिश का पूरा खुलासा और आखिरकार उमर को गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें 2018 में नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में उमर पर किसी शख्स ने गोली चलाई थी, जिसके बाद पुलिस की ओर से उसे एक सुरक्षाकर्मी मिला था। आरोप पत्र में इस बात का जिक्र है कि उमर ने चांद बाग, सीलमपुर समेत अन्य जगहों पर अपने साथियों के साथ दंगे की साजिश रचने के लिए गुप्त बैठकें की थी, उन बैठकों में वह अपने सुरक्षाकर्मी को लेकर नहीं जाता, उसके बाद सुरक्षाकर्मी को साथ रखता था। खालिद वाम की विचारधारा रखता है।

उमर ने बनाया था दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप

उमर खालिद ने जेएनयू के मुस्लिम छात्रों का एक संगठन बनाया, इसके बाद जामिया समन्वय समिति का गठन किया गया। इसके बाद वाट्सएप पर दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप बनाया और अपने मनसूबों को अंजाम तक पहुंचाया। 

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