Offensive Act With a Young Girl: अपने ही सब इंस्पेक्टर की करतूतों से शर्मसार है दिल्ली पुलिस
Offensive Act With a Young Girl महिलाओं का कहना है कि पुलिस के वरीय अधिकारियों का रवैया तो जनता के प्रति सही रहता है लेकिन अभी भी थाना स्तर पर पुलिसकर्मियों को संवेदनशील बनाने की जरूरत है। अधिकांश मामलों में उनकी प्रवृत्ति शिकायत करने वाले को टालने की होती है।
नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। Offensive Act With a Young Girl: द्वारका साउथ थाना क्षेत्र में दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर द्वारा साइकिल चला रही एक युवती के साथ की गई अश्लील हरकत के मामले में उपनगरी की महिलाओं ने पूरे प्रकरण में पुलिस की कार्यप्रणाली पर असंतोष जाहिर किया है। इन्होंने द्वारका में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की ओर से विशेष इंतजाम किए जाने की मांग की है। महिलाओं ने इस मामले में क्षेत्रीय थाना के साथ-साथ यातायात पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। इनका आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने सक्रियता तब दिखाई जब महिलाओं को एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जिला पुलिस उपायुक्त से मिला। इसके पहले इस मामले में पुलिस की प्रवृत्ति टालने वाली रही। इस मसले पर उपनगरी द्वारका की महिलाओं ने प्रेस वार्ता भी आयोजित की। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को शुरू से बयां करते हुए पुलिस की कमियों को उजागर किया। उनका कहना था कि पुलिस के वरीय अधिकारियों का रवैया तो जनता के प्रति सही रहता है, लेकिन अभी भी थाना स्तर पर पुलिसकर्मियों को संवेदनशील बनाने की जरूरत है। अधिकांश मामलों में उनकी प्रवृत्ति शिकायत करने वाले को टालने की होती है। दुर्भाग्य है कि इस मामले में भी ऐसा ही किया गया।
सीसीटीवी के साथ-साथ पुलिस भी आए नजर
महिलाओं का कहना है कि सीसीटीवी के साथ पुलिस को भी सड़क पर नजर आना चाहिए। तीसरी आंख का पहरा बिठाने पर पुलिस का हमेशा जोर देती है। तीसरी आंख के पहरे के बावजूद इस मामले में एक बिना नंबर प्लेट के कार सड़क पर दौड़ती रही पर किसी का भी ध्यान उस ओर नहीं गया। यदि तीसरी आंख से मिले फुटेज पर पुलिस का ध्यान रहता तो बिना नंबर प्लेट वाली कार उपनगरी के इलाके में जैसे ही आती, पुलिसकर्मी उसका पीछा कर उसे राेकते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अंधेरे गलियारे व सुनसान रास्तों पर हो पुलिस का पहरा
उपनगरी में अभी भी कई ऐसी सड़कें हैं जो दिन ढलने के बाद अंधेरा पसर जाता है। ऐसे इलाकों का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व यहां सक्रिय हो जाते हैं। ऐसी जगहों पर लोग खुले में शराब का सेवन करते हैं। इन जगहों के आसपास से गुजरने में लोग को डर लगता है। खासकर महिलाएं ऐसे गलियारों से जान जोखिम में डालकर ही गुजरती हैं। महिलाओं का कहना है कि अब जबकि सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, अब दिन जल्दी ढलता है तो पुलिस को चाहिए कि वह ऐसे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखे।
क्या थी घटना
17 अक्टूबर की सुबह एक युवती द्वारका में साइकिल चला रही थी। रास्ते में बिना नंबर प्लेट की एक कार में सवार एक युवक सड़क से गुजरा और अश्लील हरकत करने लगा। कार सवार ने युवती का पीछा करना शुरू कर दिया। युवती ने साइकिल की रफ्तार तेज कर आरोपित कार चालक से पीछा छुड़ाने की कोशिश भी की लेकिन आरोपित की अश्लील हरकत जारी रही। इस बीच लड़की ने सेक्टर-11 स्थित खेल परिसर के पास शोर मचाकर लोग का ध्यान अपनी ओर खींचा। तब तक आरोपित फरार हो चुका था। कार का शीशा भी टूटा था। बाद में युवती ने इस पूरे मामले को इंस्टाग्राम पर साझा किया। इसके बाद जब वह थाना पहुंची तो वहां उन्हें पता चला कि इस तरह की शिकायत दो और युवतियों ने की है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस ने लड़की को कार्रवाई का भरोसा देने के बजाय यह कहा कि आरोपित की कार का नंबर प्लेट न होने के कारण उसे पकड़ना मुश्किल है। अब तो उसने अपनी कार का शीशा भी दुरुस्त करवा लिया होगा। पुलिस की आनाकानी के बाद महिलाओं के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस उपायुक्त व जिला उपायुक्त से मुलाकात कर यह मामला उनके संज्ञान में लाया।
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