प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आएं लोग : डॉ. ग्लैडबिन त्यागी
जागरण संवाददाता पूर्वी दिल्ली कोरोना के इलाज का अभी तक कोई निश्चित उपचार नहीं है लेकि
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : कोरोना के इलाज का अभी तक कोई निश्चित उपचार नहीं है, लेकिन गंभीर हालत में पहुंच चुके मरीजों के लिए प्लाज्मा थेरेपी काफी उपयोगी साबित हो रही है। अब प्लाज्मा की मांग बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन कई मरीजों के संदेश व फोन प्लाज्मा के लिए आते हैं। कोरोना को मात दे चुके 18 से 60 वर्ष तक के व्यक्ति प्लाज्मा दान कर सकते हैं। इससे उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं है। ऐसे लोगों को खुद आगे आकर दान करना चाहिए। यह अपील स्वामी दयानंद अस्पताल के सीएमओ व सांस रोग विशेषज्ञ डॉ. ग्लैडबिन त्यागी ने की है।
दैनिक जागरण से बातचीत में डॉ. ग्लैडबिन त्यागी ने कहा कि हम लोग कोरोना की चपेट में आकर स्वस्थ हुए लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उन्हें प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। प्लाज्मा दान करने वाला व्यक्ति मधुमेह, रक्तचाप व अन्य बीमारियों से पीड़ित नहीं होना चाहिये। ऐसे दाताओं में खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिये। कोविड अस्पताल में इलाज कराने वाले व होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से ठीक हुए युवाओं को आगे आकर समाज के प्रति दायित्व का निर्वहन करते हुए प्लाज्मा दान करना चाहिए। ताकि कोरोना से पीड़ित मरीजों को प्लाज्मा के लिए भटकना न पड़े।