जागरूकता व दुरुस्त व्यवस्था से एयरपोर्ट पर लड़ी जा रही कोरोना से जंग
सामानों को सैनिटाइजेशन करने के साथ-साथ यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी हो रही है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए क्रू मेंबर भी पीपीई किट पहने रहते हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बीच घरेलू उड़ानों के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आइजीआइ) एयरपोर्ट पर किया जा रहा है। यहां पर विमान में जाने से पहले यात्रियों की कई चरणों में स्वास्थ्य जांच होती है। साथ ही यात्री ही सजग हैं। कई यात्री पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट पहने रहते हैं तो कई के चेहरे पर फेस शील्ड लगाए रहते हैं।
सामानों को सैनिटाइजेशन करने के साथ-साथ यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी हो रही है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए क्रू मेंबर भी पीपीई किट पहने रहते हैं। जब तक गंतव्य पर पहुंचने के बाद यात्री विमान से उतर नहीं जाते तब तक इनका पीपीई किट पहनना अनिवार्य है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें मास्क, फेस मास्क के साथ हैंड सैनिटाइजर एयरलाइंस की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है।
विमान से उतरकर बाहर आए एयर इंडिया के चालक दल के सदस्यों ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि उनका किट पहनना स्वयं के साथ साथ उन सैकड़ों यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी है जो यात्रा कर रहे हैं। इंडिगो चालक दल के सदस्यों का कहना है पीपीई किट पहनने के बाद गर्मी तो लगती है। लेकिन, यात्रियों की व अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें यह पहननी पड़ती है। मंगलवार को अपने बेटे के साथ आइजीआइ एयरपोर्ट पर विमान से उतरे यात्री प्रकाश ने बताया कि उनके सात वर्षीय बेटे रोहन ने विमान पर सवार होने से पहले पीपीई किट पहन ली थी। उसे लग रहा है कि यह विमान में चढ़ने का नया पोशाक है। उन्होंने कहा कि वह भी चाह रहे हैं कि उनका बेटा कोरोना संक्रमण से दूर रहे।