एक मार्च को शाहीन बाग में जुट सकती है काफी भीड़, वायरल वीडियो के बाद पुलिस एक्टिव
करीब दो माह से ज्यादा से चले आ रहा शाहीन बाग के धरने से बड़ी खबर आ रही है। प्रदर्शनकारी शाहीन बाग धरने का खत्म करने को तैयार हो गए है।
नई दिल्ली, अरविंद द्विवेदी। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में चल रहे धरने के विरोध में पहली मार्च को मार्च संबंधी वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने सतर्कता से काम लिया। यमुनापार में हुई हिंसा से सबक लेते हुए दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बृहस्पतिवार को स्थानीय लोगों के साथ बैठककर उन्हें शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा। बैठक में डीसीपी की शांति की अपील पर लोगों ने पहली मार्च को होने वाले मार्च को स्थगित कर दिया है।
एक मार्च को जुटने वाले थे कई लोग
वायरल वीडियो में कुछ स्थानीय लोग पहली मार्च को मदनपुर खादर गांव से शाहीन बाग की तरफ भारी संख्या में जाने की योजाना बना रहे थे। इसमें कहा जा रहा था कि रास्ता खुलवाने के लिए मार्च में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हों।
वीडियो वायरल होने की स्थिति में पुलिस ने लोगों से की अपील
वीडियो वायरल होने के बाद डीसीपी ने स्थानीय नेताओं के साथ ही पीस कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की। डीसीपी ने लोगों से अपील की कि पहली मार्च को प्रस्तावित कार्यक्रम को अनिश्चित काल के लिए टाल दें। क्योंकि इसमें हिंसा होने का खतरा है।
पुलिस की पहल हुई कामयाब
मीटिंग में शामिल पूर्व निगम पार्षद बीर सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद हमने अपने मार्च को अनिश्चित कालीन समय के लिए टाल दिया है। जो हिंसा यमुनापार में हुई थी वह दक्षिणी दिल्ली के किसी भी इलाके में न हो इसके लिए हमने पुलिस की बात मान ली है।
शांति स्थापित करने के लिए मीटिंग
वहीं, भाजपा नेता मनीष चौधरी ने कहा कि इलाके में शांति स्थापित करने के लिए सरिता विहार थाने में पुलिस के साथ हमारी पीस मीटिंग की गई थी। फिलहाल दिल्ली के नाजुक हालातों को देखते हुए हमने मार्च स्थगित कर दिया है। उम्मीद है कि शाहीन बाग का बंद रास्ता आपसी बातचीत के जरिए खुलवा लिया जाएगा।
चल चुकी है गोली
शाहीन बाग के प्रदर्शन की वजह से लोगों को हो रही परेशानियों को उन्हें समझना चाहिए। गौरतलब है कि शाहीन बाग की ब्लॉक सड़क को खुलवाने के लिए इससे पहले भी प्रदर्शन स्थल तक पहुंचकर एक युवक ने गोली चला दी थी। वहीं, दक्षिणी दिल्ली में शांति की अपील के लिए लगातार पीस कमेटी की बैठकें भी की जा रही हैं।