एम्स में इमरजेंसी सुविधाओं में होगा विस्तार, जल्द मिलेगा इलाज
एम्स में मरीजों के दबाव के मद्देनजर नौ मंजिला नया ओपीडी ब्लॉक बनाया गया है। इसके हर मंजिल पर करीब 500 लोगों के बैठने की सुविधा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एम्स में छह विभागों की ओपीडी नए ब्लॉक में स्थानांतरित हो गई है। होली तक मुख्य ओपीडी (राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी) ब्लॉक से अन्य सभी विभागों की ओपीडी सेवाएं मस्जिद मोठ के नजदीक बने नए ब्लॉक में स्थानांतरित हो जाएंगी। इससे ओपीडी में मरीजों का इलाज आसान हो जाएगा। वहीं, पुराने ओपीडी ब्लॉक के खाली होने पर उसमें इमरजेंसी सुविधाएं शुरू की जाएंगी। इससे एम्स में इमरजेंसी सुविधाओं में विस्तार होगा। इससे गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। उन्हें जल्द इलाज मिल सकेगा।
एम्स में कुल 2483 बेड की सुविधा है लेकिन इमरजेंसी में सुविधाएं बेहद कम हैं। एम्स की इमरजेंसी में प्रतिदिन करीब 400-500 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। वर्ष 2018-19 में इमरजेंसी में 1,49,538 मरीजों का इलाज हुआ। इमरजेंसी वार्ड में बेड और जगह की कमी के कारण मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है। सुविधाओं की कमी के कारण कई मरीजों को सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। इस वजह से लंबे समय से एम्स में इमरजेंसी सेवाओं में विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही थी। क्योंकि, यह देखा गया है कि इमरजेंसी में बेड की कमी के कारण गंभीर मरीजों को भी कई दाखिला नहीं मिल पाता।
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि पुराना ओपीडी ब्लॉक से सभी विभागों की ओपीडी सेवाएं नए ब्लॉक में स्थानांतरित होने पर यह खाली हो जाएगा। इसके बाद पुराने ओपीडी ब्लॉक के भूतल पर इमरजेंसी वार्ड शुरू किया जाएगा। इसलिए इमरजेंसी सेवाओं की क्षमता बढ़ जाएगी। दरअसल, पुराने ओपीडी ब्लॉक के भूतल का इस्तेमाल ओपीडी काउंटर के लिए किया जाता है, जहां बहुत बड़ा हॉल है। इस जगह पर ही बेड इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी। जहां गंभीर स्थिति में पहुंचे मरीजों का इलाज हो सकेगा।
होली के बाद नए ब्लॉक में ही चलेगी ओपीडी
एम्स में मरीजों के दबाव के मद्देनजर नौ मंजिला नया ओपीडी ब्लॉक बनाया गया है। इसके हर मंजिल पर करीब 500 लोगों के बैठने की सुविधा है। होली के बाद मुख्य अस्पताल के सभी विभागों की ओपीडी नए ब्लॉक में सुचारू रूप से चलने लगेगी। फिलहाल, मनोचिकित्सा, ऑर्थोपेडिक, मेडिसिन, जेरियाटिक मेडिसिन, त्वचा विभाग और इंडोक्रोनोलॉजी विभाग की ओपीडी नए ब्लॉक में 10 फरवरी से चल रही है।