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दक्षिणी-पश्चिमी जिले में दो दिन में बढ़े 20 नए कंटेनमेंट जोन

कोरोना मरीजों के रिकवरी रेट में बढ़ोतरी तो वहीं संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है पर कंटेनमेंट जोन की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। प्रशासन के अनुसार कंटेनमेंट जोन इसी वजह से बनाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण को तेजी से फैलने से रोका जा सके। इसलिए इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। इस बीच दक्षिणी-पश्चिमी जिला दिल्ली का ऐसा पहला जिला बन गया है जहां कंटेनमेंट जोन 100 के पार छलंग लगा चुके है। यहां 111 कंटेनमेंट बनाए जा चुके है जिसमें से फिलहाल 100 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है। सात जुलाई को जिले में जहां 91 कंटेनमेंट जोन थे दो दिन बाद उनकी संख्या बढ़कर एकाएक 111 पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 08:33 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 08:33 PM (IST)
दक्षिणी-पश्चिमी जिले में दो दिन में बढ़े 20 नए कंटेनमेंट जोन
दक्षिणी-पश्चिमी जिले में दो दिन में बढ़े 20 नए कंटेनमेंट जोन

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना मरीजों के रिकवरी रेट में बढ़ोतरी तो वहीं संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है, पर कंटेनमेंट जोन की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। प्रशासन के अनुसार कंटेनमेंट जोन इसी वजह से बनाए जा रहे हैं, ताकि संक्रमण को तेजी से फैलने से रोका जा सके। इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।

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दक्षिणी-पश्चिमी जिला दिल्ली का ऐसा पहला जिला बन गया है, जहां कंटेनमेंट जोन की संख्या 100 के पार छलांग लगा चुका है। यहां 111 कंटेनमेंट बनाए जा चुके हैं, जिसमें से फिलहाल 100 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। सात जुलाई को जिले में जहां 91 कंटेनमेंट जोन थे, दो दिन बाद उनकी संख्या बढ़कर एकाएक 111 पहुंच गई है। दो दिन में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले में 20 नए कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। नए कंटेनमेंट जोन में पालम कॉलोनी स्थित राज नगर पार्ट-2 में आठ कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। शेष कंटेनमेंट जोन में से अधिकांश नजफगढ़ के गांव व कॉलोनी शामिल हैं। वहीं अगर पश्चिमी जिले की बात करें तो यहां दो दिनों में 24 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। जिसमें बाद जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 85 पहुंच गई है। हालांकि अभी यहां 49 कंटेनमेंट जोन ही एक्टिव हैं। 85 कंटेनमेंट जोन के साथ पश्चिमी जिला दिल्ली का दूसरा सबसे बड़ा जिला है, जहां सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। दक्षिणी-पश्चिमी जिले के 20 नए कंटेनमेंट जोन : सुरखपुर रोड पर गोपाल नगर स्थित गली नंबर-7, ओल्ड खेरा रोड स्थित श्याम विहार फेज-2, कुतुब विहार फेज-2, पंडवाला कलां में माता चौक के पास, बामनौली गांव में तबलब वाली गली, बिजवासन में सैनी मोहल्ला, छावला स्थित काबा मोहल्ला, कुतुब विहार स्थित गोयला खुर्द, बढुसराय गांव, धर्मपुरा स्थित संगम विहार में गली नंबर-3, पालम कॉलोनी में राजनगर पार्ट-2 में गली नंबर-8,13,2,16, पालम कॉलोनी में राजनगर पार्ट-2 स्थित श्यामा अपार्टमेंट, धर्मपुरा स्थित एच-ब्लॉक व नजफगढ़ स्थित सुदान गार्डन। पश्चिमी जिले के 24 कंटेनमेंट जोन : मोती नगर 10/18, ईस्ट पंजाबी बाग स्थित जयदेव पार्क, ओल्ड महावीर नगर में एस-2 103 एसएफ ओल्ड, बक्करवाला स्थित पुनर्वासित कॉलोनी, बक्करवाला में मकान नंबर-164 व 169, वेस्ट पटेल नगर में कोटेज नंबर-25, न्यू मोती नगर में 7/15 व 7/19, नांगलोई स्थित छज्जूराम कॉलोनी, मोती नगर में 23/20 व 23/26, राजौरी गार्डन में बी-4/4, नांगलोई में शिवराम पार्क, नांगलोई स्थित अध्यापक नगर, पीरागढ़ी कैंप स्थित पंजाबी बस्ती, कुंवर सिंह नगर में डी-91 व 197, विष्ण गार्डन में ई-78 व 79, कुंवर सिंह नगर में एफ-3031, कीर्ति नगर स्थित जी-19 एफएफ, सुभाष नगर स्थित मकान नंबर-70 व 72, नांगलोई स्थित सैनी मोहल्ला मकान नंबर-640, न्यू महावीर नगर स्थित गली नंबर-22, गुरु हरकिशन नगर में एम-342 व 311, निहाल विहार में आरजेडई-154, चांद नगर में प्लॉट नंबर-403 व हरि नगर में एमएस-ब्लॉक।


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