एयरपोर्ट में अवैध प्रवेश करने पर एनआरआइ व एक अन्य धरा
आइजीआइ एयरपोर्ट पर गत दो दिनों में सीआइएसएफ ने फर्जी टिकट पर एयरपोर्ट पर प्रवेश करने वाले एनआरआइ व एक अन्य को धरा है। आरोपियों की पहचान संतोख सिंह जोसन और अशोदीप सिंह के रूप में हुई है। दोनों ने अपने परिजनों को टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर तक छोड़ने के लिए फर्जीवाड़ा किया था। दोनों को आइजीआइ थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। एयरपोर्ट पुलिस अवैध प्रवेश का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
जासं, नई दिल्ली : आइजीआइ एयरपोर्ट पर गत दो दिनों में सीआइएसएफ ने फर्जी टिकट पर एयरपोर्ट पर प्रवेश करने वाले एनआरआइ व एक अन्य को धरा है। आरोपियों की पहचान संतोख सिंह जोसन और अशोदीप सिंह के रूप में हुई है। दोनों ने अपने परिजनों को टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर तक छोड़ने के लिए फर्जीवाड़ा किया था। दोनों को आइजीआइ थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। एयरपोर्ट पुलिस अवैध प्रवेश का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) अधिकारी ने बताया कि पहली घटना 14 दिसंबर की रात की है। आइजीआइ एयरपोर्ट डिपार्चर बिल्डिंग के गेट संख्या-सात के समीप सीआइएसएफ जवानों ने एक शख्स को संदिग्ध परिस्थिति में घूमता हुआ पाया। चेकइन एरिया में मौजूद व्यक्ति से जब बात की गई तो उन्होंने खुद का नाम संतोख सिंह बताया। मूल रूप से भारत के रहने वाले संतोख ने कनाडा की नागरिकता ले रखी है। उन्होंने बताया कि उनके परिजनों को कैथे पेसेफिक की फ्लाइट से हांगकांग जाना था। लिहाजा परिजनों को टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर तक छोड़ने के लिए उन्होंने फ्लाइट के टिकट को एडिट कर दिया था। इसके आधार पर उन्हें टर्मिनल में प्रवेश की अनुमति मिल गई थी।
दूसरी घटना 13 दिसंबर की है। सीआइएसएफ जवानों ने टर्मिनल-3 के डिपार्चर हॉल में गेट संख्या-5 के समीप से अशोदीप सिंह को दबोचा था। उन्होंने भी फर्जी टिकट पर टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश पाया था। उनके परिजन विदेशी एयरलाइंस की फ्लाइट से फ्रैंकफर्ट जा रहे थे। उन्हें टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर तक छोड़ने के लिए आरोपी ने फर्जीवाड़ा किया था।