पढ़ें- उस काली रात का पूरा सच, जब हुआ था एक खूबसूरत मॉडल का सनसनीखेज कत्ल
1999 Jessica Lal murder case 29-30 अप्रैल 1999 की रात टैमरिंड कोर्ट रेस्तरां में जब जेसिका लाल का कद्दावर नेता के बेटे के हाथों कत्ल हुआ तो वह महज 34 साल की थी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। 1999 Jessica Lal murder case: बेहद खूबसूरत और ऊर्चा से भरपूर जेसिका लाल अपने मां-बाप की लाड़ली थी। बचपन से होनहार और काबिल... पढ़ने-लिखने में भी होशियार। मां-बाप को अपनी बेटी पर पूरा भरोसा था, इसलिए जेसिका को उड़ने के लिए खुला आसमान मिला। यही वजह थी कि जेसिका लाल ने आम धारणा से हट कर मॉडलिंग का करियर सिर्फ चुना ही नहीं, बल्कि कामयाब होकर भी दिखाया। 29-30 अप्रैल की रात दक्षिण दिल्ली के टैमरिंड कोर्ट रेस्तरां में जब जेसिका लाल का कद्दावर नेता के बेटे के हाथों कत्ल हुआ तो वह महज 34 साल की थी। यहां पढ़िए- 5 जनवरी, 1965 को दिल्ली में जन्मी जेसिका लाल के कत्ल से लेकर दोषियों के बरी होने और फिर उनके सजा पाने तक की दिलचस्प कहानी।
एक पार्टी में इज्जतदार लोगों के बीच में हुआ था जेसिका का कत्ल
29 अप्रैल की शाम को दक्षिण दिल्ली के कुतुब कोलोनेड के टैमरिंड कोर्ट रेस्तरां में शानदारी पार्टी चल रही थी। दरअसल, इस शानदार पार्टी को होस्ट थीं इस रेस्तरां की मालकिन-मशहूर सोशलाइट और ब्रिटिश पासपोर्ट होल्डर बीना रमानी। कनाडा के रहने वाले उनके पति जॉर्ज मेलहोट अगले 6 महीने के लिए कनाडा जा रहे थे। जॉर्ज के कनाडा जाने की खुशी में बीना ही यह पार्टी दी रही थी। इस पार्टी में बीना रमानी की बेटी मालिनी रमानी ने मॉडल जेसिका लाल और शायन मुंशी को बार टेंडर के काम के लिए बुलाया था। दरअसल, बेटी मालिनी रमानी भी अमेरिका की पासपोर्ट होल्डर थीं। इसी दौरान जेसिका लाल को तत्कालीन कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के पुत्र मनु शर्मा ने भरी पार्टी में जेसिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सत्ता का नशा और सिर्फ एक इनकार बना कत्ल की वजह
जांच एजेंसियों ने जेसिका के कत्ल की जिस कहानी का खुलासा किया वह बेहद चौंकाने वाली था। घटनाक्रम के मुताबिक, 29 अप्रैल की रात को रेस्तरां में बीना रमानी की बेटी मालिनी रमानी के बुलावे पर मॉडल जेसिका लाल और शायन मुंशी बार टेंडर का काम मुस्तैदी से कर रहे थे। जेसिका लाल और शायन पार्टी में मौजूद गेस्ट को ड्रिंक सर्व कर रहे थे। रात 12 बजे के बाद का वक्त था, पार्टी खत्म हो चुकी थी। इस बीच हरियाणा के कद्दावर कांग्रेसी नेता के बेटे मनु शर्मा ने जेसिका लाल से ड्रिंक सर्व करने के लिए कहा। जेसिका ने पार्टी खत्म होने का हवाला देकर ड्रिंक सर्व करने से मना कर दिया। जेसिका लाल का इनकार सत्ता के मद में डूबा मनु शर्मा हजम नहीं कर पाया और सरेआम लोगों के बीच जेसिका की गोली मारकर हत्या कर दी।
रसूख के चलते 2006 में हो गया बरी
मशहूर मॉडल जेसिका लाल की 29-30 अप्रैल, 1999 की रात को पार्टी में मेहमानों के बीच मार डाला गया था। हत्यारा, सबूत और बड़ी संख्या में गवाह पार्टी में मौजूद थे, लेकिन 7 साल तक चले मुकदमे के बाद फरवरी, 2006 में मनु शर्मा बरी हो गया। इसके साथ अन्य आरोपित भी बरी हो गए।
जेसिका की बहन सबरीना ने संभाला मोर्चा, फिर सजा तक पहुंच बात
7 साल तक चले मुकदमे के बाद आखिरकार मनु शर्मा फरवरी, 2006 में मनु शर्मा सबूतों के अभाव में बरी हो गया। कोर्ट के इस फैसले ने जेसिका लाल के परिवार को झटका दिया। परिवार निराश हो गया। बहन सबरीना ने मोर्चा खोला और मीडिया ने भी साथ दिया। इसके बाद हत्या का यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला और आखिरकार सुप्रीम ने भी मनु शर्मा को उम्रकैद की सजा सुनाई।
जेसिका लाल मर्डर पर बनी थी फिल्म
इस हत्याकांड ने बॉलीवुड को भी प्रभावित किया। इसके बाद वर्ष 2011 में जेसिका लाल मर्डर पर एक फिल्म भी बनी जिसका नाम है 'No one Killed Jessica'। रानी मुखर्जी और विद्या बालन अभिनीत इस फिल्म को लोगों ने भी खूब सराहा और इस फिल्म ने यह भी दिखाया गया किस तरह गवाह, सबूत और हालात खिलाफ हो तो इंसाफ की जंग जीती जा सकती है।