फर्जी वीजा से विदेश जाने की कोशिश, यात्री व एजेंट दबोचे
आइजीआइ एयरपोर्ट पर एजेंट द्वारा युवा को
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : आइजीआइ एयरपोर्ट पर एक एजेंट ने हाल ही में एक युवक को 81 वर्ष के बुजुर्ग के मेकअप में विदेश भेजने की कोशिश की थी। अब एक अन्य एजेंट ने फर्जी वीजा के जरिये यात्री को विदेश भेजने का प्रयास किया। इमीग्रेशन जांच में यात्री की मदद करने के लिए वह खुद यात्री बनकर आइजीआइ एयरपोर्ट पर पहुंच गया, लेकिन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों से यात्री और एजेंट बच नहीं सके। सीआइएसएफ की सर्विलांस टीम ने यात्री राहुल व एजेंट रवींद्र को दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि रवींद्र ने राहुल से वीजा के लिए 10 लाख रुपये लिए थे। दोनों को आइजीआइ थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस उनके खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
सीआइएसएफ के प्रवक्ता हेमेंद्र सिंह ने बताया कि घटना 19 सितंबर की है। निगरानी के दौरान सर्विलांस टीम के जवानों ने देखा कि टर्मिनल-3 के चेक इन एरिया में दो संदिग्ध शख्स घूम रहे हैं। संदेह होने पर टीम ने दोनों पर नजर रखनी शुरू की। इसी दौरान जवानों को सूचना मिली कि राहुल नाम के संदिग्ध शख्स के पास फर्जी वीजा है। वह एयर इंडिया की फ्लाइट से सिडनी जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा था। इसके बाद सीआइएसएफ की टीम ने राहुल व उसकी मदद में लगे रवींद्र को दबोचा। रवींद्र के पास मुंबई जाने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट का टिकट था। पूछताछ में राहुल ने बताया कि रवींद्र ने ऑस्ट्रेलिया का वीजा उपलब्ध कराने के लिए उससे 10 लाख रुपये लिए थे। वह एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन जांच में मदद करके लिए पहुंचा था। इमीग्रेशन अधिकारियों को राहुल की यात्रा पर शक न हो, इसलिए एजेंट ने इससे पूर्व टूरिस्ट वीजा पर उसकी दोहा व काठमांडू की यात्रा भी करवाई थी। जिससे कि जांच के दौरान लगे कि वह नियमित रूप से विदेश यात्रा करता है।