किसान-मजदूर अधिकार यात्रा: दिल्ली में प्रवेश के लिए निकले हजारों प्रदर्शनकारी, NH-9 पर लगा जाम
सहारनपुर से दिल्ली के किसान घाट तक निकाली जा रही किसान-मजदूर अधिकार यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं।
नई दिल्ली/गाजियाबाद, जेएनएन। सहारनपुर से दिल्ली के किसान घाट तक निकाली जा रही किसान-मजदूर अधिकार यात्रा के नेशनल हाई-वे-9 पर पहुंचे ही भीषण जाम लग गया। यहां पर हजारों वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं। किसान पैदल यात्रा, ट्रैक्टर ट्राली से यात्री कर रहे हैं, जिससे जाम लग गया। हालत यह रही कि लोगों ने पैदल ही यात्रा करना मुनासिब समझा।
इससे पहले यात्रा में शामिल किसान कमला नेहरूनगर से बम्हैटा, एनएच-9 से लालकुआं और छिजारसी से नोएडा ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचे। इसके बाद करीब एक बजे गाजियाबाद से यात्रा रवाना हुई। इसके चलते एनएच-9 पर भारी जाम लगा है। इससे पहले बृहस्पतिवार को गाजियाबाद के कमला नेहरूनगर मैदान में रुके किसानों से बात करने एसपी सिटी श्लोक कुमार सिंह भी पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने बेहतर इंतजाम के लिए धन्यवाद दिया तो एसपी सिटी ने भी व्यवस्था बनाये रखने की अपील की थी।
किसानों की पदयात्र से मेरठ हाईवे पर लगा आठ किमी लंबा जाम
इससे पहले बुधवार को सहारनपुर से दिल्ली के किसान घाट तक निकाली जा रही किसान-मजदूर अधिकार यात्रा मोदीनगर-मुरादनगर से गुजरी। जिसके चलते मेरठ हाईवे पर करीब आठ किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक जाम के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस ने रूट डायवर्ट कराकर स्थिति को काफी हद तक सामान्य करने का प्रयास किया।
किसानों का कर्ज माफ करने, मुफ्त बिजली, पश्चिम उप्र में हाई कोर्ट बेंच की स्थापना सहित अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान संगठन के बैनर तले किसान-मजदूर अधिकार यात्र शुरुआत 11 सितंबर को सहारनपुर से हुई थी, यह यात्रा 21 सितंबर को दिल्ली के किसान घाट पहुंचेगी।
बुधवार की सुबह करीब 10 बजे पदयात्रा ने मोदीनगर की सीमा में प्रवेश किया। इसमें सैकड़ों किसान व मजदूर शामिल थे। काफी तादाद में किसान ट्रैक्टर-ट्राली, कार व बाइकों में आए थे। ऐसे में पूरी सड़क पर किसानों का कब्जा था। इसके चलते हाईवे पर मेरठ की तरफ से आ रहे वाहनों की गति पूरी तरह थम गई। करीब 12 बजे पदयात्र मोदी मंदिर के सामने पहुंची, तब तक वाहनों की कतारें गो¨वदपुरी को पार करती हुईं कादराबाद तक पहुंच गईं। लोगों को करीब आठ किलोमीटर लंबे भीषण जाम से दो, चार होना पड़ा। करीब पांच से छह घंटे लोगों ने भारी परेशानी का सामना किया।
जाम की विकराल स्थिति होती देख पुलिस ने हापुड़ व निवाड़ी की तरफ वाहनों की डायवर्ट कराकर स्थिति को काफी हद तक नियंत्रण में किया। उधर, पहले निकलने के चक्कर में कुछ चालकों ने अपने वाहन विपरीत दिशा में मोड़ दिए। जिससे गाजियाबाद से मेरठ की तरफ भी वाहनों के पहिए थम गए। यहां भी लोगों ने करीब दो किलोमीटर दूरी तक जाम झेला।
वहीं, कुछ लोग जाम से बचने के लिए स्वत: ही वैकल्पिक रास्तों से होकर निकले। इसी कारण गंगनहर पटरी मार्ग पर भी वाहनों की अधिकता रही। दोपहर बाद पदयात्र में शामिल किसान मुरादनगर क्षेत्र में आराम करने के लिए रूके तो हाईवे पर यातायात सुचारू हो पाया। उधर, यातायात व्यवस्था को संभालने में पुलिस के पसीने छूट गए। कई घंटे तक पुलिस ने व्यवस्था को बनाने में मशक्कत की। इस बारे में एसएचओ संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि पदयात्र को देखते हुए सुबह से ही पुलिसबल की डयूटी हाईवे पर लगाई गई थी। इसी के चलते स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में रही।
गाजियाबाद पहुंची पदयात्रा
बुधवार की देर शाम को किसान गाजियाबाद पहुंच गए। संगठन के जिला महासचिव कुणाल शर्मा ने बताया कि रात को गाजियाबाद में ही किसान रात्रि विश्रम करेंगे। इसके बाद दिल्ली के लिए कूच होगा। उन्होंने बताया कि किसान घाट पर पहुंचकर किसान सरकार को जगाने का काम करेंगे।
जगह-जगह हुआ किसानों का स्वागत
पदयात्रा निकाल रहे किसानों का जगह-जगह लोगों ने भव्य स्वागत किया। तहसील के सामने बार एसोसिएशन मोदीनगर के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, संजय मुद्गल आदि ने किसानों का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया।
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