जीआरसी ने छात्रों को दिया नोटिस
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की ग्रीवेंस रिड्रेसल सेल (जीआरसी) ने छात्रों को 11 सितंबर के दिन छात्र डीन कार्यालय में बिना अनुमति प्रवेश करने के मामले में नोटिस भेजा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की ग्रीवेंस रिड्रेसल सेल (जीआरसी) ने छात्रों को 11 सितंबर के दिन छात्र डीन कार्यालय में बिना अनुमति प्रवेश करने के मामले में नोटिस भेजा है। ये छात्र जेएनयू छात्र संघ चुनाव समिति के सदस्य हैं। जीआरसी का दावा है कि जेएनयू छात्र संघ चुनाव समिति ने लिग्दोह समिति की सिफारिश के अनुसार चुनाव नहीं कराया है। हालांकि चुनाव समिति के सदस्यों ने 12 सितंबर को जीआरसी को भेजे गए पत्र में दावा किया है कि उन्होंने लिग्दोह समिति की सिफारिशों के तहत ही चुनाव कराए हैं।
इस मामले में जीआरसी के अध्यक्ष और छात्र डीन प्रो. उमेश अशोक कदम ने कहा कि इन छात्रों ने 11 सितंबर के दिन 3 बजे के बाद मेरे छात्र डीन कार्यालय का घेराव किया था। उन्होंने मेरे कक्ष में जबरन घुसने की कोशिश की थी। खराब व्यवहार भी किया और बाकी अन्य छात्रों को भड़काते हुए इकट्ठा किया था।
प्रो. कदम ने नोटिस में इन छात्रों को 16 सितंबर को 2.30 बजे तक अपने कक्ष में अपना बचाव करते हुए जवाब देने के लिए बुलाया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर ये छात्र इस दिन निर्धारित समय में पेश नहीं होंगे तो इनपर इस मामले में जांच बैठा दी जाएगी। नोटिस मिलने के बाद छात्रों ने किया पलटवार
जेएनयू छात्र संघ चुनाव समिति से जुड़े छात्रों ने कहा कि 9 सितंबर को जीआरसी के नोटिस का जवाब देने के लिए 11 सितंबर को 3 बजे के करीब हम छात्र डीन कार्यालय गए थे। लेकिन, हमें कार्यालय के गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अंदर घुसने नहीं दिया। इसके विरोध में हम धरने पर भी बैठ गए थे। प्रो. कदम द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। हमने कोई घेराव नहीं किया था।