आखिरकार पुलिस ने ढूंढ़ निकाला 'जेम्स बॉन्ड' को, उसने किए कई सनसनीखेज खुलासे
आरोपित कृष्णा ने बताया कि वारदात से पहले 007 नंबर की प्रिंट हुई शर्ट पहनता है क्योंकि वह जेम्स बांड का दीवाना है व दिल्ली में अपराधियों के बीच जेम्स बांड के नाम से जाना जाता है
नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]। दिल्ली में अपराधियों के बीच जेम्स बांड (james bond) के नाम से जाना जाने वाला आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। उसकी पहचान कृष्णा (27) के रूप में हुई है। द्वारका जिले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ पुलिस टीम ने उसे व उसके साथी को ककरौला गांव से गिरफ्तार किया है। वह अपने सहयोगी उत्तम नगर निवासी विनोद उर्फ टोनी (30) के साथ बृहस्पतिवार को लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए ककरौला गांव आया था।
हत्या-लूट के आधा दर्जन मामले दर्ज
पुलिस ने दोनों आरोपितों के पास से एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और एक स्कूटी बरामद की है। पुलिस के मुताबिक, आरोपित कृष्णा राजस्थान के दौसा जिले का रहने वाला है। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, आम्र्स एक्ट से जुड़े छह मामले दर्ज है। अगस्त में ही वह जेल से रिहा हुआ है। वहीं, आरोपित विनोद एक साल पहले जेल से रिहा हुआ था। विनोद पर 15 मामले अलग-अलग थाने में दर्ज है।
खुफिया जानकारी मिलने पर हुई गिरफ्तारी
पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने बताया कि स्ट्रीट क्राइम पर रोक लगाने के लिए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर नवीन कुमार व एसआइ रंजीव त्यागी की टीम आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी थी। टीम को इसी दौरान कुख्यात बदमाश कृष्णा उर्फ जेम्स बांड और विनोद उर्फ टोनी के ककरौला गांव में होने की सूचना मिली। टीम ने नाकाबंदी कर दोनों बदमाशों को दबोच लिया।
पूछताछ में कृष्णा ने बताया कि वह वारदात से पहले 007 नंबर की प्रिंट हुई शर्ट पहनता था, क्योंकि वह जेम्स बांड का दीवाना है और दिल्ली में अपराधियों के बीच वह जेम्स बांड के नाम से जाना जाता है।
एक मुलाकात के आ गया 'जेम्स बॉन्ड' के साथ
विनोद ने बताया कि वह मजदूर था, लेकिन महंगे शौक और नशे की लत को पूरा करने के लिए झपटमारी व चोरी की वारदात करने लगा। 2010 में वह पहली बार जेल गया था। जेल में उसकी मुलाकात कृष्णा से हुई और बाहर आने के बाद दोनों साथ मिलकर वारदात करने लगे।
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