पैरों पर धारदार हथियार के जख्म से हुआ पुलिस को संदेह
शिवांगी की हत्या को आत्महत्या साबित करने की ससुराल वालों ने बहुत कोशिश की लेकिन उनके पैरों पर जख्म के निशान ने घर में कलह के संकेत दे दिए। ये जख्म दोनों पैरों में घुटनों से ऊपर धारदार नुकीले हथियार के लग रहे थे। वहीं जांच में यह भी पता चला कि दंपती के बीच रात में झगड़ा हुआ था। यह भी बताया जा रहा है कि मंगलवार रात प्रशांत शराब के नशे में घर पहुंचा था। ऐसे में पुलिस को शक हुआ और पूरे मामले की जांच हत्या के पहलु से शुरू की गई। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही कि घर में विदेशी पिस्टल कहां से आई। संभव है कि हत्या की मंशा से ही इसे लाया गया हो।
-तीन बच्चों सहित ननद के साथ रहने से पति-पत्नी के बीच बढ़ रहा था तनाव जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शिवांगी की हत्या को आत्महत्या साबित करने की ससुराल वालों ने बहुत कोशिश की, लेकिन उनके पैरों पर जख्म के निशान ने घर में कलह के संकेत दे दिए। ये जख्म दोनों पैरों में घुटनों से ऊपर धारदार नुकीले हथियार के लग रहे थे। वहीं जांच में यह भी पता चला कि दंपती के बीच रात में झगड़ा हुआ था। यह भी बताया जा रहा है कि मंगलवार रात प्रशांत शराब के नशे में घर पहुंचा था। ऐसे में पुलिस को शक हुआ और पूरे मामले की जांच हत्या के पहलु से शुरू की गई। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही कि घर में विदेशी पिस्टल कहां से आई। संभव है कि हत्या की मंशा से ही इसे लाया गया हो।
शिवांगी के पिता राजीव नरुला ने बताया कि उसके ससुराल वालों ने बेटी की हत्या को छुपाने का भरपूर प्रयास किया। बेटी को गोली लगने की सूचना भी परिवार को नहीं दी गई। सुबह करीब साढ़े नौ बजे शिवांगी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसकी सूचना उन्हें 10:45 बजे अपने एक रिश्तेदार से मिली, जो उनके पड़ोस में रहते हैं। परिवार वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने बताया कि शिवांगी ने अपने कमरे में खुद को गोली मार ली। यही बयान पुलिस को भी दिए गए। राजीव ने बताया कि शिवांगी और प्रशांत की शादी के दो-तीन महीने तक सबकुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद उनकी बेटी ने कार की मांग की। बेटी ने इशारा किया कि ससुराल वाले दबाव बना रहे हैं। इस वजह से उन्होंने बोलेरो खरीदकर दे दी। इसके बाद तीन-चार महीने के बाद शिवांगी की ननद तीन बच्चों के साथ आकर मायके में रहने लगी। उसकी वजह से पति-पत्नी के बीच टकराव शुरू हो गया। राजीव ने बताया कि एक बार उनकी बेटी झगड़े के बाद घर भी आ गई, लेकिन बाद में दोनों परिवार ने बातचीत की और वह वापस चली गई। उन्होंने कहा कि शिवांगी के पैरों पर जख्म के निशान से प्रतीत होता है कि रातभर उसके साथ अत्याचार किया गया। इसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन इस दौरान भी उनकी बेटी ने उन्हें या मां को कुछ नहीं बताया।