सीलिग की गई इमारत में घंटों फंसे रहे 50 लोग
निजी क्षेत्र के एक बैंक के कर्मियों ने बृहस्पतिवार की सुबह रोहिणी सेक्टर 26 में एक निर्माणाधीन इमारत की सीलिग कर दी। जिससे इमारत के अंदर काम कर रहे मजदूरों का परिवार अंदर कैद हो गया।
पुलिस और दमकल ने उन्हें निकाला बाहर
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली: निजी क्षेत्र के एक बैंक के कर्मियों ने बृहस्पतिवार की सुबह रोहिणी सेक्टर 26 में एक निर्माणाधीन इमारत की सीलिग कर दी, जिससे अंदर काम कर रहे मजदूरों का परिवार कैद हो गया। इनमें महिलाएं, बच्चे आदि भी शामिल थे। इमारत में करीब 50 लोग आठ घंटे तक भूखे प्यासे बंद रहे। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस व दमकल कर्मी पहुंचे और लोगों को इमारत से बाहर निकाला। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रोहिणी सेक्टर 26 के पॉकेट -बी में तीन मंजिला इमारत का निर्माण चल रहा है। इमारत के मालिक ने निजी क्षेत्र के बैंक से करीब ढाई करोड़ कर्ज लिया था, लेकिन कर्ज की रकम चुकता नहीं करने के कारण यह बढ़कर करीब तीन करोड़ तक पहुंच गया। कर्ज के भुगतान की आखिरी तारीख इस साल फरवरी में थी। ऐसे में बैंक के रिकवरी एजेंट इमारत सील करने के लिए पहुंचे, तब अंदर करीब 30 पुरुष, दस महिलाएं और उनके बच्चे मौजूद थे। महिलाएं व पुरुष अलग अलग मंजिलों पर काम कर रहे थे। सील करने पहुंचे कर्मचारियों ने बाहर से दरवाजा बंदकर इमारत को सील कर दिया। इमारत में बंद लोगों ने कर्मचारियों से गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। दिनभर ये लोग इमारत में कैद रहे। किसी तरह एक मजदूर ने फोन कर अपने रिश्तेदार को घटना के विषय में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस एवं दमकल को सूचना दी गई। शाम करीब छह बजे दमकल एवं पुलिस की टीम ने इमारत में कैद लोगों को एक एक करके बाहर निकालकर उनके लिए खाने पीने का इंतजाम कराया।
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