पास कराने के नाम पर छात्राओं से करते थे शारीरिक संबंध बनाने की मांग, प्रोफेसर समेत 3 निलंबित
एक राजकीय महाविद्यालय के एसो. प्रोफेसर जू.लैब अटेंडेंट और एक चपरासी को निलंबित कर दिया है। तीनों पर एक छात्रा ने गंभीर आरोप लगाये हैं।
फरीदाबाद, जेएनएन। एक राजकीय महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर, जूनियर लैब अटेंडेंट और एक चपरासी निलंबित कर दिया है। आरोपितों में एसो.प्रोफेसर सीएस वशिष्ठ, जूनियर लैब असिस्टेंट जगदेव और चतुर्थ श्रेणी कर्मी विक्रम शामिल हैं। इन तीनों पर छात्राओं को पास कराने के बदले शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप है। मामला सामने आने के बाद जांच हुई जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
कॉलेज की एक बहादुर छात्रा ने कॉलेज के प्राचार्य इसकी शिकायत की थी जिसके बाद यह मामला उजागर हुआ था। प्राचार्य नरेंद्र कुमार ने एक समिति का गठन किया था। समिति ने बृहस्पतिवार को ही मामले की रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय को सौंपी, जिस पर निदेशालय ने त्वरित रूप से संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई हुई।
उच्चतर शिक्षा निदेशक ए.श्रीनिवासन ने यह कार्रवाई करते हुए राज्य की यौन उत्पीड़न समिति को मामले की जांच के आदेश दिए हैं और एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। इस बहादुर छात्रा ने लैब असिस्टेंट से बातचीत करते हुए वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग कर ली थी। इसमें वह छात्रा से शारीरिक संबंध बनाने की बात कहते हुए सुना जा सकता है। छात्रा ने अपनी शिकायत पहले एक प्रोफेसर को दी थी, पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने यह वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग प्राचार्य को सौंपी। कमेटी ने छात्रा और तीनों आरोपितों के बयान लिए। इसके अलावा अन्य छात्राओं से भी बात की।
पार्टी के बहाने करते हैं संबंध बनाने की बात
प्राचार्य को लिखी शिकायत में छात्रा ने लिखा कि एक सहायक प्रोफेसर, लैब असिस्टेंट और चतुर्थ श्रेणी कर्मी दाखिले के दौरान छात्राओं से मेल जोल बढ़ाते हैं और परीक्षा में उत्तीर्ण कराने का लालच देते हैं। छात्राओं को लालच दिया जाता है कि उन्हें अलग कमरे में बैठाकर परीक्षा दिलवाई जाएगी। इसके बदले में शारीरिक संबंध बनाने की मांग की जाती है।
शिकायतकर्ता छात्रा का कहना है कि आरोपित पहले छात्राओं से पास होने पर मुंह मीठा कराने या पार्टी देने की बात करते हैं, मगर उनका इशारा कुछ और ही होता है। रि-अपीयर की छात्रा इनके निशाने पर होती हैं। हालांकि छात्रा ने जो वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग प्राचार्य को सौंपी है, उसमें केवल लैब असिस्टेंट ही उससे बात करते सुना जा रहा है, सहायक प्रोफेसर और चपरासी का उसमें नाम नहीं आ रहा।
छात्रा ने कहा है कि तीनों आरोपितों ने कई छात्राओं को शिकार बनाया है, मगर इस आरोप की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी। किसी अन्य छात्रा ने अभी तक कॉलेज प्रबंधन की तरफ से गठित कमेटी को शिकायत नहीं दी है। संवाददाता ने भी अपने स्तर पर कुछ छात्राओं से बात कर सच्चाई जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी तरह के शोषण या मांग किए जाने की बात से इंकार किया।
दिल्ली- NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप