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दिल्ली में मुस्लिम वोटों पर AAP की नजर, ये है बड़ी वजह

कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने के बाद आम आदमी पार्टी की नजर मुस्लिम वोटों पर है। आप इस प्रयास में है कि मुस्लिम वोट नहीं बंटे और पूरे वोट उसे ही मिले

By Edited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 09:47 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 06:08 PM (IST)
दिल्ली में मुस्लिम वोटों पर AAP की नजर, ये है बड़ी वजह
दिल्ली में मुस्लिम वोटों पर AAP की नजर, ये है बड़ी वजह

नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) की नजर मुस्लिम वोटों पर है। आप इस प्रयास में है कि मुस्लिम वोट नहीं बंटे और पूरे वोट उसे ही मिले। इसे लेकर पार्टी ने प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी मुहिम के तहत आप के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुस्लिम समुदाय से जुड़े संगठनों के लोगों के साथ अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं। जिसमें लोगों को अपना संदेश दे रहे हैं और उनके लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल की जानकारी ले रहे हैं।

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केजरीवाल का मकसद मुस्लिम समुदाय में यह संदेश देना है कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब भाजपा को जिताना है। इसी क्रम में केजरीवाल ने बुधवार को सिविल लाइन स्थित अपने निवास पर ऑल इंडिया शिया सुन्नी फ्रंट के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। केजरीवाल ने मुस्लिम मतदाताओं की राय और उनके रुझान को लेकर इन नेताओं से बात की।

इस मौके पर यह बात हुई कि मुस्लिम मतदाता कांग्रेस के प्रलोभन में न आएं और आम आदमी पार्टी के लिए वोट करे। फ्रंट ने यह दावा किया कि मुस्लिमों में यह बात आम हो गई है कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब मोदी को जिताना है। इस मौके पर केजरीवाल ने कहा कि हम कांग्रेस से गठबंधन करना चाहते थे। गठबंधन के लिए हर संभव प्रयास किए। मगर कांग्रेस ने गठबंधन नहीं किया। अब अगर मोदी जी दोबारा से सत्ता में आते हैं तो इसके लिए राहुल गांधी जिम्मेदार होंगे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, फ्रंट के अध्यक्ष डॉ. सरदान खान समेत कई लोग मौजूद थे।

वहीं बृहस्पतिवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने माना कि कांग्रेस से गठबंधन करने के प्रयास को लेकर ही हमारे कार्यकर्ता नाराज थे, हमने उन्हें समझाया कि हम मोदी व अमित शाह की जोड़ी को हराने के लिए गठबंधन करना चाहते हैं। हम 33 सीटों पर गठबंधन करना चाहते थे, फिर 18 सीटों की बात हुई। बावजूद इसके कांग्रेस राजी नहीं हुई।

हम दिल्ली की सातों सीटें कांग्रेस को ही दे देते, यदि कांग्रेस जीत रही होती, क्योंकि हमें भाजपा को हराना है। दिल्ली में कोई हिंदू कांग्रेस को वोट नही दे रहा है। कुछ वोट मुस्लिम के मिल रहे हैं। हमने उन सहित सभी से अपील की है कि कांग्रेस को वोट नहीं दें, क्योकि कांग्रेस को वोट देने का मतलब मोदी जी को जिताना है।

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