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मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, 25 दिसंबर से गाजियाबाद के एक और रूट पर चलेगी मेट्रो

मेट्रो का यह कॉरिडोर दिल्ली-एनसीआर में सबसे अलग है। कॉरिडोर के हर स्टेशन पर लोहे के फुट ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। जिसका इस्तेमाल मेट्रो रेल यात्रियों के साथ आम जनता भी कर सकेगी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 02:35 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 03:30 PM (IST)
मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, 25 दिसंबर से गाजियाबाद के एक और रूट पर चलेगी मेट्रो
मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, 25 दिसंबर से गाजियाबाद के एक और रूट पर चलेगी मेट्रो

नई दिल्ली, जेएनएन। दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक मेट्रो रेल का संचालन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर 25 दिसंबर को शुरू हो सकता है। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री को इस मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर को मंजूरी देने के लिए पत्र लिखा है। बताया जा रहा है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। 

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) इस वक्त कॉरिडोर पर ट्रायल कर रहा है, जोकि अंतिम पड़ाव में है। स्टेशन पर फिनिशिंग कार्य जारी है। फुटओवर ब्रिज बनकर तैयार हैं। कई जगह फुटओवर ब्रिज पर एस्केलेटर लगाए हैं।

इस कॉरिडोर पर मेट्रो संचालन शुरू होने पर गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले डेढ़ लाख लोगों को आने-जाने में आसानी हो जाएगी। यह कॉरिडोर रिठाला से जुड़ रहा है। अभी रिठाला से दिलशाद गार्डन तक रेल लाइन 25.09 किलोमीटर है। दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक 9.41 किलोमीटर का कॉरिडोर चालू होने पर रेड लाइन की लंबाई 34.50 किलोमीटर हो जाएगी। इससे पहले आनंद विहार से वैशाली तक मेट्रो सेवा गाजियाबाद में शुरू हो चुकी है।

अलग तरह का कॉरिडोर

मेट्रो का यह कॉरिडोर दिल्ली-एनसीआर में सबसे अलग है। कॉरिडोर के हर स्टेशन पर लोहे के फुट ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। जिसका इस्तेमाल मेट्रो रेल यात्रियों के साथ आम जनता भी कर सकेगी। स्टेशन के पहले तल तक उन लोगों को प्रवेश की इजाजत दी जाएगी जो जीटी रोड क्रॉस करने के लिए फुट ओवरब्रिज का इस्तेमाल करना चाहते हैं। मेट्रो रेल पकड़ने के लिए दूसरे तल पर जाना होगा। वहां सिर्फ यात्रियों को इजाजत होगी।

डीपीआर की आखिरी अड़चन

इस कॉरिडोर की पहली डीपीआर में 1770 करोड़ रुपये की लागत का आकलन हुआ था। बाद में इसे संशोधित कर 2210 करोड़ रुपये कर दिया गया। अब फाइनल कॉस्ट 1805 करोड़ रुपये आई है। यह डीपीआर अब तक मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास लंबित है। इस आखिरी बाधा को दूर कराने के लिए मुख्यमंत्री प्रयासरत हैं।

मेट्रो के सफर पर एक नजर

  • 2014 दिसंबर में शुरू हुआ काम
  • 2017 दिसंबर थी प्रॉजेक्ट की पहली डेडलाइन
  • 2018 मार्च हुई दूसरी डेडलाइन
  • 2018 जून तीसरी डेडलाइन तय
  • 31 जुलाई 2018 चौथी डेडलाइन
  • 2018 अक्टूबर पांचवीं डेडलाइन
  • 2210 करोड़ रुपये प्रॉजेक्ट पहले लागत
  • 1805 करोड़ रुपए प्रॉजेक्ट की संशोधित लागत
  • 8 स्टेशन होंगे इस रूट पर
  • 9.41 किमी होगी लाइन

चार बार बढ़ी डेडलाइन

इसकी डेडलाइन चार बार बढ़ाई गई है। पहले दिसंबर 2017 में इसका संचालन शुरू करना था। बाद में मार्च 2018, फिर सितंबर 2018, नवंबर 2018 डेडलाइन रखी गई।

कॉरिडोर पर स्टेशनः शहीद नगर, राजबाग, राजेंद्र नगर, श्याम पार्क, मोहननगर, अर्थला, हिंडन रिवर, नया बस अड्डा।

  • दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा मेट्रो प्रोजेक्ट पर एक नजर
  • प्रोजेक्ट की शुरुआत-17 जून 2014
  • मेट्रो लाइन की लंबाई-9.41 किमी
  • प्रोजेक्ट की कुल लागत-1805 करोड़ रुपये 

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