बाल दिवस पर खूब याद आए चाचा नेहरू
बाल दिवस पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों ने याद किया। इस मौके पर जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर आजादी से पहले और बाद में देश के विकास में नेहरू के योगदान को याद किया गया। इसके साथ ही उनके व्यक्तित्व और विचारों पर भी खूब चर्चा हुई। 14 नवंबर को पंडित नेहरू का जन्मदिवस है, जिसे पूरा देश बाल दिवस के रूप में मनाता है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली
बाल दिवस पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों ने याद किया। इस मौके पर जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर आजादी से पहले और बाद में देश के विकास में नेहरू के योगदान को याद किया गया। इसके साथ ही उनके व्यक्तित्व और विचारों पर भी खूब चर्चा हुई। 14 नवंबर को पंडित नेहरू का जन्मदिवस है, जिसे पूरा देश बाल दिवस के रूप में मनाता है।
इस मौके पर छात्रों ने लाल किला से टाउन हॉल तक पैदल यात्रा निकाली और लोगों को स्वच्छता व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। आस एन. एसोसिएशन फॉर सोशल वेलफेयर के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में प्राथमिक से 12वीं तक के 120 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया। सिटी-एसपी जोन की उपायुक्त रुचिका कत्याल ने पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि वह देश के भविष्य हैं। उनकी जिम्मेदारी है कि देश विषमताओं और अभावों से निकलते हुए प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़े। इसके लिए स्वच्छता को दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल करने के साथ उन्हें बेटियों को सम्मान देना होगा।
आस एन. एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि पढ़ाई के साथ छात्रों को सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आगे आना चाहिए, तभी देश में क्रांतिकारी बदलाव आ सकेगा। महासचिव मुकेश शर्मा ने कहा कि स्वच्छता अभियान से देश की तस्वीर काफी बदली है। इसमें छात्रों को बढ़ चढ़कर भाग लेना होगा।
ये बच्चे पुरानी दिल्ली के एसडी पब्लिक, जय भारत, वर्धमान अकादमी व सनराइज किड्स सेंटर के थे। हाथ में तिरंगा लेकर और सामाजिक संदेश लिए प्लेकार्ड और बैनर लेकर निकले तो कई जगह व्यापारियों ने उनका स्वागत किया। समाधि पर फूल चढ़ाकर किया नमन
इस मौके पर जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित नेहरू हिल में देश के प्रथम प्रधानमंत्री का जन्मदिवस मनाया गया। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता आस्कर फर्नाडिस समेत अन्य नेताओं ने सफेद कबूतर उड़ाकर शांति का संदेश दिया। बाद में एकीकृत दिल्ली नगर निगम के पूर्व उपमहापौर रमेश दत्ता की मौजूदगी में शांतिवन स्थित नेहरू की समाधि तक पदयात्रा को रवाना किया गया। जहां लोगों ने गुलाब के फूल चढ़ाकर नेहरू को नमन किया।